आज योगी की प्रतिष्ठा का है इम्तिहान - मतदान प्रतिशत पर रहेगी नजर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के छठे चरण में आज 10 जिलों की 57 विधानसभा सीटों के लिये वोट डलने शुरू हो गए है। इस चरण में हाई प्रोफाइल गोरखपुर सदर सीट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा का इम्तिहान होगा। वहीं कुशीनगर के तमकुहीराज सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और भाजपा छोड़कर सपा में शामिल होने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की फाजिलनगर सीट पर लोगों की खास नजरें होंगी।
सात चरणों तक चलने वाले चुनाव के पहले पांच चरणों में 2017 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले मतदान प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गयी है जो चुनाव आयोग के लिये चिंता का सबब बना हुआ है। आयोग की कोशिश होगी कि छठवें चरण में अधिक से अधिक मतदान हो।
आज अम्बेडकरनगर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया तथा बलिया जिले में सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो चुका है जो शाम सात बजे तक चलेगा।
छठे चरण में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रियों के अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर होगी।
गोरखपुर शहर विधानसभा से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुकाबले में समाजवादी पार्टी (सपा) की शुभावती शुक्ला के अलावा आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद मैदान पर डटे हैं वहीं बलिया की बांसडीह क्षेत्र से नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी सपा के टिकट पर मैदान मे है। भाजपा छोड़ कर सपा में शामिल हुये स्वामी प्रसाद मौर्य कुशीनगर में अपनी परंपरागत पडरौना सीट की बजाय फाजिलनगर से किस्मत आजमा रहे है जबकि कुशीनगर की तमकुही राज सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की प्रतिष्ठा दांव पर है।
सिद्धार्थनगर के इटवा से बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी का मुकाबला समाजवादी पार्टी की तरफ से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय से है वहीं देवरिया की पथरदेवा से सूर्य प्रताप शाही और देवरिया सदर से सीएम के मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी चुनाव मैदान में हैं। बलिया की फेफना सीट से खेल मंत्री उपेन्द्र तिवारी जबकि अंबेडकरनगर के कटेहरी से बसपा विधानमंडल दल के नेता रहे लालजी वर्मा सपा के टिकट पर मैदान पर है। बलिया नगर में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की टक्कर सपा सरकार में मंत्री रहे नारद राय से है। छठे चरण में कांग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह, बसपा से सपा में आए राम अचल राजभर, पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा, श्रीराम चौहान, राम स्वरूप शुक्ला, राज किशोर सिंह और विनय शंकर तिवारी जैसे दिग्गजों की किस्मत भी दांव पर है।
गौरतलब है कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में इन सीटों में से अकेले भाजपा के खाते में 46 सीटें आयी थी जबकि उसकी सहयोगी अपना दल एस और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को एक एक सीट मिली थी। सुभासपा अब समाजवादी पार्टी गठबंधन का हिस्सा है। उस चुनाव में सपा को मात्र तीन सीटों से संतोष करना पडा था वहीं बसपा को चार और कांग्रेस को एक सीट मिली थी। एक सीट निर्दलीय के खाते में गयी थी।