दशकों से संघर्ष कर रहे इस सपा नेता ने दिया इस्तीफा
मुज़फ्फरनगर। सपा नेता शुजाअत राणा ने सपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुस्लिमो के हर मुद्दों पर सपा द्वारा खामोश रहने पर सपा से इस्तीफा दिया है।
शुजाअत राणा ने अखिलेश यादव समेत उनके तमाम नेताओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि सपा को सोशल मीडिया की पार्टी बना दिया है। मुलायम की संघर्ष व जमीन पर रहने वाली पार्टी खत्म हो चुकी अब तो सपा अखिलेश यादव की डिजिटल पार्टी बन चुकी है, जिसकी सबसे बड़ी वजह,पार्टी को अपने खून से सींचने वाले शिवपाल यादव को अपमानित करना है।क्योकि अखिलेश बिल में रहते है,और शिवपाल ने सड़को पर संघर्ष किया है। मुलायम सिंह और शिवपाल जी की मेहनत से पार्टी कई बार सत्ता में आई,जबकि अखिलेश एक बार भी चुनाव में कामयाब नही हो सके क्योंकि उन्होंने अपने वोट बैंक को सम्मान नहीं दिया। अन्य लोगो को सम्मान दिया, जो उन्हें वोट करते ही नहीं, आज़म खान, नाहिद हसन, जावेद पम्प, इमरान मसूद जैसे वजूददार नेताओं की मुस्लिम लीडरशिप को खत्म करने की साजिश हो रही है, शुजाअत राणा ने कहा कि जिस पार्टी में मेरे समाज का सम्मान नहीं हो सकता, उस पार्टी में मुझे घुटन महसूस हो रही है, इसलिए मैने इस्तीफा दिया है।
कौन है शुजाअत राणा
शुजाअत राणा पिछले करीब 15 वर्षों से समाजवादी पार्टी में संघर्ष कर रहे है। उन्होंने अनेक आंदोलन किये है। उन्होंने तत्कालीन डीएम सुरेंद्र सिंह, व एसएसपी मंजिल सैनी के खिलाफ डीएम कार्यालय पर धरना दिया था, इसके अलावा अखिलेश के समाजवादी पार्टी से निकाले जाने पर बहाल करने की मांग करते हुए टावर पर चढ़कर प्रदर्शन किया था। उन्होंने योगी आदित्यनाथ से मिलने पर सपा प्रमुख महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव का पुतला फूंका था। इसके अलावा भी कई मामले उनके सुर्खिया बने थे।