बेचने के लिये बन रहे हैं ये हवाईअड्डे: अखिलेश
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जेवर में नोएडा एयरपोर्ट के शिलान्यास पर तंज कसते हुये कहा कि सरकारी विमानन सेवा और हवाईअड्डे बेच रही भाजपा की सरकार नये हवाईअड्डों को बनने के बाद बेचने के लिये ही बनवा रही है।
अखिलेश ने यहां स्थित रमाबाई अंबेडकर मैदान में जनवादी क्रांतिकारी पार्टी द्वारा आयोजित रैली काे संबोधित करते हुये कहा कि सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को बेचने वाली भाजपा सरकार द्वारा नये हवाईअड्डे बनवाने का गणित मेरी समझ से परे है। उन्होंने कहा, "तमाम हवाईअड्डे और एयरलाइन घाटे में चल रहे हैं। जिन्हें सरकार एक एक करके बेच रही है और दूसरी ओर नये हवाईअड्डे बनवा रही है। मुझे तो सरकार का ये गणित समझ नहीं आता है। लेकिन इतना तय है कि नये हवाईअड्डे भी बनने के बाद बेच दिये जायेंगे। "
उन्होंन कहा कि विकास के झूठे दावे, वादे और उद्घटन कर रही भाजपा का 2022 में सफाया तय है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद उनकी सरकार बनेगी और सपा ही उत्तर प्रदेश के विकास को नयी उड़ान देगी।
अखिलेश ने उत्तर प्रदेश में सपा गठबंधन की सरकार बनने पर राज्य में मंडी तंत्र को मजबूत करने का वादा करते हुये कहा कि भाजपा सरकार ने पिछड़े और दलित समुदायों का लगातार अपमान किया है इसलिये इन समुदायों को चुनाव में भाजपा से अपमान का बदला लेने के लिये वोट देना चाहिये।
अखिलेश ने रासायनिक खाद की किल्लत का सामना कर रहे किसानों को धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलने का आरोप लगाते हुये कहा कि केन्द्र और राज्य में भाजपा के शासन में समाज का हर वर्ग दुखी है। लोगों को इतनी परेशानी कभी नहीं हुयी। उन्होंने कहा कि परेशानियों से आजिज आकर लोग अब 2022 में इस सरकार से प्रदेश को मुक्ति प्रदान करेंगे।
इससे पहले अखिलेश ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सपा सरकार काे फिरोजाबाद में हवाईअड्डा बनाने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाते हुये कहा कि अगर अनुमति मिली होती तो आज जेवर के साथ चूड़ियों को भी जुड़ने का मौका मिलता।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का भूमिपूजन कर आधारशिला रखेंगे।
अखिलेश ने ट्वीट कर कहा,"अगर सपा सरकार के समय फ़िरोज़ाबाद में प्रस्तावित एयरपोर्ट बनने की अनुमति केंद्र की भाजपा सरकार ने रोकी न होती तो इस समय 'जेवर' के साथ 'चूड़ियों' को भी जुड़ने का मौका मिलता और उप्र का वैकासिक शृंगार पूर्णता की ओर बढ़ता।"
वार्ता