नौ सीटों पर नये प्रत्याशी के बीच होगा मुकाबला

नौ सीटों पर नये प्रत्याशी के बीच होगा मुकाबला

पटना। बिहार लोकसभा चुनाव 2024 में नौ सीट पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नये प्रत्याशियों के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और महागठबंधन के प्रत्याशी के बीच मुकाबला हुआ। इस बार के चुनाव में नौ सीट ऐसी हैं, जहां वर्ष 2019 के चुनाव में प्रतिद्धंदी रूप में चुनाव लड़े राजनेता इस बार के चुनाव में नहीं नजर आयेंगे। उनकी जगह नये प्रत्याशी वर्ष 2024 के चुनाव में मुकाबला करते नजर आयेंगे।

वर्ष 2019 के चुनाव में वाल्मीकीनगर संसदीय सीट से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल जनता दल यूनाईटेड (जदयू) प्रत्याशी वैधनाथ प्रसाद महतो और महागठबंधन के प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री केदार पांडेय के पौत्र और पूर्व सांसद स्वर्गीय मनोज पांडेय के पुत्र शाश्वत केदार के बीच मुकाबला हुआ। इस चुनाव में जदयू के वैधनाथ महतो ने जीत हासिल की। वैधनाथ महतो के निधन के बाद वर्ष 2020 में हुये उपचुनाव में उनके पुत्र जदयू प्रत्याशी सुनील कुमार ने जीत हासिल की थी। इस बार के चुनाव में राजग में शामिल जदयू उम्मीदवार वैधनाथ महतो के पुत्र सुनील कुमार और इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया गठबंधन) गठबंधन में शामिल राजद प्रत्याशी दीपक यादव के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा।

वर्ष 2019 के चुनाव में शिवहर संसदीय सीट से राजग में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रमा देवी ने राजद के सैय्यद फैसल अली को पराजित किया। इस बार के चुनाव में शिवहर सीट राजग के घटक दल जदयू को मिली है। जदयू ने पूर्व सांसद लवली आनंद को चुनावी रणभूमि में उतारा है, वहीं इंडिया गठबंधन से राजद के टिकट पर पूर्व मुखिया रही रितु जायसवाल चुनावी मैदान में हैं। रमा देवी को भाजपा ने बेटिकट कर दिया है और वह चुनाव नहीं लड़ रही है। इस तरह शिवहर सीट पर भी नये प्रत्याशियों के बीच चुनावी टक्कर देखने को मिलेगी। वर्ष 2019 के चुनाव में सीवान संसदीय सीट से जदयू की कविता सिंह ने बाजी अपने नाम की थी। कविता सिह ने राजद प्रत्याशी पूर्व बाहुबली सांसद मोहम्मद शाहबुद्दीन की पत्नी हिना शाहाब को पराजित किया था। इस बार के चुनाव में जदयू ने जहां कविता सिंह को बेटिकट कर जीरादेई के पूर्व विधायक रमेश सिंह कुश्वाहा की पत्नी विजया लक्ष्मी देवी को उम्मीदवार बनाया है, वहीं राजद ने सीवान के विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को चुनावी अखाड़े में उतारा है। हिना शाहाब निर्दलीय चुनाव लड़ रही है।

वर्ष 2019 में समस्तीपुर (सु) से दिवंगत राम विलास पासवान के भाई रामचंद्र पासवान ने लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के अशोक कुमार को पराजित किया। रामचंद्र पासवान के निधन के बाद वर्ष 2019 में ही हुये उपचुनाव में रामचंद्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज ने जीत हासिल की थी। राजग के घटकदल लोजपा-रामविलास ने प्रिंस राज की जगह बिहार सरकार में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी चौधरी चुनाव को प्रत्याशी बनाया है।वहीं इंडिया गठबंधन के घटक कांग्रेस ने बिहार सरकार में सूचना जनसंपर्क मंत्री पूर्व सांसद महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने इस बार पूर्व सांसद अशोक कुमार को बेटिकट कर दिया है। इस तरह यहां भी नये प्रत्याशी के बीच चुनावी टक्कर देखने को मिलेगी।

वर्ष 2019 आमचुनाव में खगड़िया संसदीय सीट से लोजपा प्रत्याशी तत्कालीन सांसद चौधरी महबूब अली कैसर ने महागठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) उम्मीदवार मुकेश सहनी को पराजित किया। इस बार श्री कैसर और श्री सहनी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। लोजपा-रामविलास से जहां राजेश वर्मा को चुनावी रण में उतर रहे हैं, वहीं इंडिया गठबंधन में शामिल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रत्याशी संजय कुमार चुनावी मैदान में हैं। बक्सर संसदीय सीट पर भी नये प्रत्याशी के बीच चुनावी टक्कर देखने को मिलेगी। वर्ष 2019 के चुनाव में राजग में शामिल भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को पराजित किया। इस बार के चुनाव में अश्विनी चौबे बेटिकट हो गये हैं और भाजपा ने उनकी जगह गोपालगंज के बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी को मौका दिया है। राजद के टिकट पर जगदानंद सिंह के पुत्र

रामगढ़ के विधायक सुधाकर सिंह चुनावी संग्राम में उतरे हैं। सासाराम (सु) सीट से भाजपा के छेदी पासवान ने कांग्रेस की मीरा कुमार को शिकस्त दी। इस बार के चुनाव में भाजपा ने छेदी पासवान को बेटिकट कर दिया है और उनकी जगह पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुनि लाल के पुत्र भोजपुर के अगियांव (सु) से पूर्व विधायक शिवेश राम को चुनावी रण में उतारा हैं। मीरा कुमार ने इस बार चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। कांग्रेस ने सासाराम (सु) से मनोज कुमार को प्रत्याशी बनाया है। मनोज कुमार ने वर्ष 2019 मे बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर अपनी किस्मत आजमायी थी। वह तीसरे नंबर पर रहे थे।

नवादा संसदीय सीट पर वर्ष 2019 में हुये आम चुनाव में लोजपा प्रत्याशी पूर्व सांसद सूरजभान सिंह के भाई चंदन सिंह ने राजद प्रत्याशी विभा देवी को पराजित किया। राजग में सीटों के तालमेल के तहत नवादा सीट भाजपा को मिली है। इस बार चंदन सिंह बेटिकट हो गये हैं।भाजपा ने यहां पूर्व केन्द्रीय मंत्री सी.पी.ठाकुर के पुत्र राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है। वहीं राजद ने विभा देवी की जगह श्रवण कुश्वाहा को उम्मीदवार बनाया है।

जमुई (सु) सीट से लोजपा प्रत्याशी तत्कालीन सांसद चिराग पासवान ने महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) उम्मीदवार पूर्व सांसद भूदेव चौधरी को पराजित किया। इस बार के चुनाव में चिराग पासवान ने अपना रण: क्षेत्र बदल लिया है। वह हाजीपुर (सु) से चुनाव लड़ रहे हैं। चिराग पासवान के पिता दिवंगत रामविलास पासवान ने हाजीपुर (सु) पर आठ बार विजयी पताका फहरायी है। जमुई (सु) सीट पर चिराग पासवान की जगह उनके जीजा अरूण भारती ने अपनी किस्मत आजमायी है, वहीं राजद के टिकट पर अर्चना रविदास ने चुनाव लड़ा है। देखना दिलचस्प होगा कि इन नौ सीटों पर हो रहे चुनाव में किस नये प्रत्याशी के सर जीत का सेहरा सजता है।

epmty
epmty
Top