चुनाव में लचर प्रदर्शन से मचा हाहाकार- इस दल की सभी इकाइयां भंग
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया की ओर से की गई तमाम कोशिशों के बावजूद पार्टी के लचर प्रदर्शन से आहत होकर संगठन की उत्तर प्रदेश की सभी जिला व क्षेत्रीय इकाइयों के साथ-साथ सभी फ्रंटल संगठनों को भी तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है।
सोमवार को राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने विधानसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक कामयाबी हासिल नहीं होने पर बड़ी कार्यवाही करते हुए राष्ट्रीय लोकदल की प्रदेश, क्षेत्रीय एवं जिला इकाइयों के साथ साथ सभी फ्रंटल संगठनों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय लोकदल की ओर से इस बार 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए उत्तर प्रदेश में हुआ चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके लड़ा गया था। हाल ही में पिछले दिनों खत्म हुए किसान आंदोलन को लेकर राष्ट्रीय लोकदल को इस बात की पूरी उम्मीद थी कि इस बार विधानसभा चुनाव में उसके अधिक से अधिक उम्मीदवार जीत हासिल कर विधानसभा के भीतर पहुंचेंगे।
समाजवादी पार्टी के साथ हुए गठबंधन के तहत राष्ट्रीय लोकदल की ओर से तकरीबन तीन दर्जन विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा गया था। पार्टी अध्यक्ष जयंत सिंह चौधरी ने सभी उम्मीदवारों के लिए जमकर चुनाव प्रचार करते हुए मतदाताओं को पार्टी की तरफ खींचने का प्रयास किया था। लेकिन विधानसभा चुनाव के नतीजों में राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवारों को उम्मीद के मुताबिक कामयाबी नहीं मिल पाई। तमाम कोशिशों के बावजूद राष्ट्रीय लोकदल के केवल 8 विधायक ही चुनाव में जीत हासिल कर उत्तर प्रदेश विधानसभा की चौखट तक अपने पांव पहुंचा पाए।
राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीतने वाले प्रत्याशियों में तीन अकेले जनपद मुजफ्फरनगर से शामिल हैं जबकि पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अन्य सीटों पर केवल 5 उम्मीदवार ही रालोद के सफलता प्राप्त कर सके हैं। जनपद मुजफ्फरनगर से पुरकाजी विधानसभा सीट से अनिल कुमार, बुढाना विधानसभा सीट से राजपाल बालियान और मीरापुर विधानसभा सीट से चंदन सिंह चौहान रालोद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे है।