बादलों में लड़खड़ाया विमान-आफत में अटकी रही राकेश टिकैत की जान
गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के साथ अन्य यात्रियों को लेकर जा रहा विमान बादलों के बीच लड़खड़ा गया। जिससे अन्य यात्रियों की तरह राकेश टिकैत की भी हलक में जान अटक गई। विमान के बादलों के बाहर आने के बाद ही यात्रियों को अपनी जाने शरीर में वापिस लौटती दिखाई दी। इंडिगो एयरलाइंस से हैदराबाद से तिरुचिरापल्ली जा रहे राकेश टिकैत ने इस मामले की जानकारी खुद ट्वीट करके दी है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट करके जानकारी देते हुए कहा है कि हैदराबाद से तिरुचिरापल्ली जा रहा इंडिगो एयरलाइंस का विमान खराब मौसम की वजह से उड़ान के दौरान आसमान में कलाबाजियां खाने लगा। तकारीबन आधा घंटे तक मेरे साथ साथ अन्य सवारियों की जान आफत में अटकी रही। उन्होंने कहा है कि इतनी खतरनाक उड़ान की इजाजत देना कहीं से भी उचित नहीं है। इस मामले की जांच कराया जाना आवश्यक है। भाकियू नेता राकेश टिकैत ने इस पोस्ट में पीएमओ तथा सिविल एविएशन मिनिस्ट्री को भी टैग किया है।
उधर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के इस ट्वीट के कुछ देर बाद ही भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने इस मामले में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को एक पत्र लिखा है। इसमें इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि टेक ऑफ के 35 मिनट बाद ही जिस विमान में राकेश टिकैत बैठे थे वह बादलों में पहुंचते ही लड़खड़ाने लगा। घने बादलों के बीच विमान इस कदर फंसा कि भीतर बैठे सभी यात्री अपनी सलामती के लिए ऊपर वाले से प्रार्थना करने लगे।
विमान की एयर होस्टेज ने भी यात्रियों से कसकर बेल्ट बांधने और उसे पकड़े रहने के लिए कहा। जब फ्लाइट घने बादलों से बाहर निकली, तब कहीं जाकर यात्रियों के हलक में अटकी जान वापस आई।