महिलाओं का हित केवल सपा सरकार में ही सुरक्षित-रफीक
मेरठ। विधायक रफीक अंसारी ने कहा कि मौजूदा सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह से विफल रही है। सपा की सरकार में महिला हितों एवं सुरक्षा के अनेक उपाय किये गये। महिलाओं का हित केवल सपा सरकार में ही सुरक्षित है। वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावो में महिलाएं अपनी भूमिका का निर्वहन कर सपा की सरकार बनवाने में अपना योगदान दें।
शनिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आह्वान एवं प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के निर्देश पर महिला दिवस के मौके पर प्रदेश व्यापी महिला घेरा कार्यक्रम शहर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत करीमनगर इंदिरा गांधी पार्क में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजवादी युवजन सभा के पूर्व जिला अध्यक्ष जानू चैधरी ने की, संचालन समाजवादी पार्टी पार्षद दल के पूर्व नेता अफजाल सैफी ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शहर विधायक हाजी रफीक अंसारी रहे। कार्यक्रम में भारत कोकिला एवं उत्तर प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल, स्वतंत्रता सेनानी ,शिक्षाविद, समाज सेविका एवं महिला उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाली भारत कोकिला डा.सरोजिनी नायडू की 142 जयंती के अवसर पर आयोजित महिला घेरा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि शहर विधायक हाजी रफीक अंसारी ने कहा कि भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार में महिला अपराध चरम सीमा पर हैं। मौजूदा समय में महिलाओं का उत्पीड़न हो रहा है। कहीं दहेज के नाम पर तो कहीं छेड़छाड़ के नाम पर मासूम बच्चियों के साथ घिनौनी हरकत हो रही हैं। प्रदेश सरकार पूरी तरह से मौन है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार का अपराधियों को संरक्षण प्राप्त है। महिलाएं पूरी तरह से भययुक्त हैं और अपराधी भयमुक्त। इसीलिए प्रदेश अपराध प्रदेश बन गया है। समाजवादी सरकार द्वारा महिला हेल्पलाइन 1090, 181 एवं 108 की जो सुविधा महिलाओं की सुरक्षा के लिए उपलब्ध कराई गई थी, प्रदेश सरकार ने बदले की भावना से उन्हें बंद कर दिया है।
भाजपा शासन में महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। ऐसी निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए महिलाओं से आह्वान करते हुए कहा कि अपने मताधिकार के प्रयोग से मौजूदा सरकार को उखाड़ फैंके और वर्ष 2022 में सपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार ने समाजवादी महिला पेंशन, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन और विकलांग पेंशन का वर्गीकरण करके इन्हें धार्मिक आधार पर वितरण करने का काम किया है जो कि भारतीय संविधान की अवमानना है। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए समाजवादी युवजन सभा के पूर्व जिला अध्यक्ष जानू चैधरी ने कहा कि महिलाओं का हित सपा में ही सुरक्षित है। आज हम पूर्व राज्यपाल सरोजनी नायडू को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके दिखाए गए मार्ग पर चलने के लिए महिलाओं से आह्वान करते हैं। उन्होंने कहा कि महिलायें घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर डॉक्टर लोहिया के चैखंबा राज की परिकल्पना को साकार करने का काम करें और बच्चियों को अवश्य शिक्षा दिलाएं।
इस अवसर पर कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, आजाद समाज पार्टी छोड़कर महिलाओं ने समाजवादी पार्टी में शामिल होने की घोषणा की। समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाली महिलाओं में शमां मैराज, रिहाना, अफसाना, रुकसाना, रिजवाना, सलमा, शब्बो, बेबी, सबा, फराह, निशा, हिना, आयशा, सबीना, रूबीना, पार्षद अफजाल सैफी, पार्षद आशु मलिक, हाजी महबूब अंसारी, सलीम अब्बासी, तहलिम सैफी, सलमान सैफी, सलमान अल्वी, रिजवान अल्वी, महताब अंसारी , बाबर अंसारी, आदिल गाजी, राजा चैधरी, बग्गा अंसारी, वसीम, राहुल आदि मुख्यरूप से मौजूद रहे।