चंद दिनों की आयु का है किसान आंदोलन- डा.बालियान
मेरठ। केंद्रीय पशु पालन एवं मत्स्य राज्यमंत्री डॉक्टर संजीव बालियान ने कहा कि सरकार किसानों से हर मुद्दे पर वार्ता करने के लिए तैयार है। आंदोलन में अब किसान कम और नेता ज्यादा हो गए हैं। किसान आंदोलन का अभी तक समाधान न निकलने के लिए सियासी दल जिम्मेदार हैं।
महानगर में केंद्रीय पशुपालन एवं मत्स्य राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान ने मीडिया के साथ बातचीत करते हुए किसान आंदोलन का समाधान अभी तक ना होने के लिए विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि किसानों के मुद्दे पर सरकार वार्ता करने के लिए हर समय तैयार है। किसानों के साथ हर मुद्दे पर सरकार वार्ता करने जा रही है। जल्दी इसका समाधान निकलेगा। डॉक्टर संजीव बालियान ने कहा कि मेरठ और उसके आसपास के क्षेत्र को रेलवे और हाईवे प्रोजेक्ट के बजट में शामिल किया गया है। मेरठ के लिए मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन प्रोजेक्ट इस बार के बजट में शामिल है। हस्तिनापुर भी जल्दी ही इसमें शामिल होगा। फिलहाल रेलवे और हाईवें पर सरकार को फोकस है और रेलवे के लिए सरकार ने बजट बढ़ाया है। मेरठ के चारों तरफ अब हाईवे बनने जा रहे हैं। जिससे आने वाले समय में पश्चिमी उत्तर प्रदेश विशेषकर मेरठ और मुजफ्फरनगर के क्षेत्र की तस्वीर पूरी तरह से बदली हुई दिखाई देगी।
लोकसभा में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट को लेकर डॉक्टर संजीव बालियान ने कहा कि कोरोना काॅल में संकट के बावजूद सरकार ने सड़क, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र में पहले से अधिक बजट उपलब्ध कराया है। आत्मनिर्भर भारत के सपने को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है और हर क्षेत्र में तेजी से कदम आगे बढ़ रहे है। स्वास्थ्य क्षेत्र में 94 हजार करोड़ के बजट को बढ़ाकर 2 लाख करोड़ किया गया है। पहले मास्क और सैनिटाइजर का आयात किया जाता था। लेकिन कोरोना काल के दौरान इसे सरकार ने अवसर में बदला और देश में मास्क और सैनिटाइजर निर्माण भी किया और निर्यात भी। कोरोना काल में राशन और पैसे देकर जनता की मदद की गई। आम बजट में सरकार की ओर से समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। कृषि क्षेत्र पर भी सरकार का फोकस रहा है। लगभग 1 लाख 52 करोड रुपए कृषि क्षेत्र के लिए रखे गए है।ं पत्रकार वार्ता में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह, कांता कर्दम, क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, सांसद राजेंद्र अग्रवाल, महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल और जिला अध्यक्ष अनुज राठी आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।