योगी सरकार पर अखिलेश का तंज, न चली तानाशाही,न चलेगी बहानाशाही
लखनऊ । यूपी की योगी सरकार ने नौकरियों में 5 साल कॉन्ट्रैक्ट के प्रस्ताव और 50 वर्ष की आयु में रिटायरमेंट की घोषणा पर सियासी दलों का पारा हाई है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी सरकार हारकर पीछे हटी और हार छिपाने के लिए विपक्ष पर राजनीति करने का बहाना गढ़ रही है। अखिलेश यादव ने इस मसले पर लिखा, 'प्रदेश के युवाओं के आंदोलन व सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों की सुलगती नाराज़गी के दबाव में भाजपा सरकार संविदा व 50 साल सेवानिवृत्ति के मामले में हारकर पीछे हटी है व पराजय छुपाने के लिए विपक्ष पर राजनीति करने का बहाना बना रही है। न चली तानाशाही, न चलेगी बहानाशाही'।
प्रदेश के युवाओं के आंदोलन व सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों की सुलगती नाराज़गी के दबाव में भाजपा सरकार संविदा व 50 साल सेवानिवृत्ति के मामले में हारकर पीछे हटी है व पराजय छुपाने के लिए विपक्ष पर राजनीति करने का बहाना बना रही है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 20, 2020
न चली तानाशाही, न चलेगी बहानाशाही. #NoMoreBJP
गौरतलब है कि बीजेपी सरकार बनते ही सीएम योगी ने यह साफ कर दिया था कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध सरकार की नीति जीरो टॉलरेंस है। लेकिन स्वास्थ्य महकमे में हुई भ्रष्टाचार की घटनाओं से प्रदेश सरकार की किरकिरी हुई। यही नहीं सभी प्रयासों के बाद भी स्वास्थ्य महकमे में कोई सुधार नहीं देखने को मिला, जिसके बाद 5 साल की संविदा नौकरी का प्रस्ताव प्रदेश सरकार द्वारा दिया गया है। प्रदेश सरकार के इस प्रस्ताव के बाद विभागों के कर्मचारियों में हलचल है। कई लोग इसका विरोध करते नजर आए तो कई लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने निर्णय का स्वागत किया है।
प्रदेश सरकार के प्रस्ताव से नाराज लिपिक संवर्ग ने 14 अक्टूबर को आंदोलन करने की घोषणा की है। स्वास्थ्य विभाग में उत्तर प्रदेश में लिपिक संवर्ग के 1400 से 1500 कर्मचारी तैनात हैं। अधिकारियों की मानें तो 50 से ज्यादा उम्र के करीब 30 से 40 फ़ीसदी कर्मचारी हैं। प्रशासन के इस संविदा प्रस्ताव के बाद स्वास्थ्य महकमों में नाराज़गी के स्वर भी फूटने लगे हैं।