सपा ने अखिलेश समेत अन्य विधायकों की गिरफ्तारी को बताया तानाशाही
लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत अन्य विधायकों की गिरफ्तारी को तानाशाही वाला कदम बताते हुये आज कहा कि भाजपा सरकार ने लोकतंत्र में उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन किया है।
यह दम्भी सरकार है जिसे जनता के अधिकारों को कुचलने में जरा भी लोकलाज नहीं है। घमण्ड में चूर भाजपा सरकार सत्ता के दुरूपयोग की आदी हो रही है।
पार्टी के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने यहां कहा कि भाजपा सरकार चाहती है किसानों को राहत और सुविधा से जीने का अवसर न मिले। उसने तीन कृषि अधिनियमों के माध्यम से किसानों के हितों पर आघात किया है। अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसानों के कल के भारत बंद को पूर्ण समर्थन दिया है। आज सभी जिलों में किसान यात्रा का आयोजन किया गया है।
भाजपा सरकार ने अपनी हठधर्मी दिखाते हुए पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार कन्नौज जा रहे अखिलेश यादव को वहां जाने से रोकने के लिए घटिया मानसिकता प्रदर्शित कर लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाते हुए उन्हें पहले तो घर में ही नज़र बंद करने की कोशिश की गई और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर एक सांसद के रूप में उनके विशेषाधिकार की भी अवमानना की गई।
अखिलेश यादव के आवास पर देर रात्रि से ही बैरिकेडिंग कर दी गई थी। उनकी सुरक्षा फ्लीट में लगे वाहन भी जब्त कर लिए गए। वे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष के अतिरिक्त पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं। उनके साथ पुलिस का धक्का मुक्की करना, अभद्र व्यवहार जनता देख रही है। वह उसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव के लोकप्रियता से सत्तादल घबराया हुआ है। उनके साथ अलोकतांत्रिक व्यवहार और उनकी राजनीतिक गतिविधियों को रोकने की कुचेष्टा संविधान विरोधी कृत्य है। किसानों, नौजवानों की आवाज को कुचलने का भाजपा का प्रयास उनको ही भारी पड़ेगा। इसका खामियाजा भी भाजपा उठाएगी।
अखिलेश यादव ने भारत बंद में शामिल होने की घोषणा की है। समाजवादी पार्टी आंदोलनकारी किसानों के साथ है।
वार्ता