सपा, बसपा कांग्रेस ने यूपी को दंगे की आग में झोंका था : योगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दलों पर कड़ा प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस ने जातिवाद को बढ़ावा देते हुए अपने शासनकाल में प्रदेश को दंगे की आग में झोंक दिया था।
सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कहा कि सपा,बसपा और कांग्रेस के शासनकाल में उद्योग-धंधे चौपट होते थे, दंगों में संपत्ति लूटी जाती थी। त्योहारों पर कर्फ्यू का पहरा होता था । गुंडे- माफिया व्यवस्था पर हावी होकर लोगों को लूटते थे जबकि उनकी सरकार के शासनकाल में प्रदेश में एक भी दंगे नहीं हुए । सभी त्योहार शांति से मनाये जा रहे हैं। व्यापारियों और समाज के पिछड़े वर्ग को सामाजिक सुरक्षा देते हुए तमाम योजनाएं चल रही है। एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) आज प्रदेश की एक लोकप्रिय आर्थिक योजना के रूप में चल रही है ।
उन्होने कहा कि हर व्यक्ति को अपने देश और जाति पर गौरव करना चाहिए लेकिन जातिवाद से बचते हुए राष्ट्रवाद को बढ़ावा देते हुए समाज और देश के उत्थान पर ध्यान देना चाहिए। सामाजिक न्याय की लड़ाई में स्व. कर्पुरी ठाकुर के योगदान की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सोंचना होगा कि जिन लोगों ने अपने स्वार्थ में समाज को बांटकर सामाजिक ताने बाने को छिन्न-भिन किया । उनकी क्षति की , वह कभी सम्मान के योग्य नहीं हो सकता है जबकि हमारा सामाजिक तानाबाना एक दूसरे से इतना जुड़ा होता था कि कोई भी मांगलिक कार्य पूरा नहीं होता था ।
कोरोना कालखंड की चर्चा करते हुए योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश, देश का पहला राज्य था जिसने श्रमिकों के परिवार के भरण-पोषण के लिए भत्ता की व्यवस्था की । मुफ्त में राशन दे रही है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया का पहला देश है सौ करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। इससे पहले देश में कोई वैक्सीन तक नहीं बनती थी।
उन्होंने कहा कि यही कोरोना महामारी सपा शासन में आयी होती तो चाचा-भतीजे में हड़पने की होड़ लग जाती। माफिया को ठेका देने की होड़ मच जाती। कांग्रेस से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। बसपा राज में कोरोना होता तब तो भगवान ही मालिक होते।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को संवेदनहीन करार देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा शासन में इंसेफेलाइटिस के कहर से बच्चे बीआरडी मेडिकल कालेज में मासूम बच्चे मर रहे थे लेकिन अखिलेश उन पीड़ित बच्चों से मिलने की बजाय एक मांगलिक कार्यक्रम में जाना जरूरी समझा था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारों में परंपरागत उद्योग मृतप्राय होता गया। भाजपा ने वर्ष 2018 में एक जिला एक उत्पाद की योजना लागू की ताकि इन परंपरागत उद्योगों में लगे लोगों का जीवन खुशहाल हो सके । आज यह योजना सबसे लोकप्रिय योजना साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि दिवाली पर्व पर एक सप्ताह का मेला लगने जा रहा है जिसमें स्थानीय व्यापारी अपने उत्पाद बेंच सकेंगे। विश्वकर्मा श्रम सम्मान सहित हलवाई सहित 17 ट्रेड को प्रशिक्षण देकर मानदेय व रोजगार की व्यवस्था कर रहे हैं।
उन्हाेने कहा कि पिछली सरकारों में दंगे होते थे । व्यापारियों की संपत्ति लूटी जाती थी। व्यापारियों की हत्या की जाती थी जिसके खिलाफ हमने खुद सड़क पर उतर कर लड़ाई लड़ी है। हमारी सरकार ने व्यापार का एक बेहतर माहौल दिया है। व्यापारी कल्याण बोर्ड का गठन कर व्यापारियों को दस लाख रुपये का बीमा का कवर दिया है।
वार्ता