लिंगायतों पर शिवशंकरप्पा के बयान से कर्नाटक कांग्रेस में हड़कंप
बेंगलुरु। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शमनूर शिवशंकरप्पा ने रविवार को लिंगायतों पर एक बयान देकर राज्य पार्टी इकाई में राजनीतिक हडकंप मचा दिया। उन्होंने दावा किया कि राज्य में वीरशैव लिंगायतों को धोखा मिल रहा है। इसमें तड़का लगाते हुए लिंगायत नेता और वरिष्ठ भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने उनके बयान का समर्थन किया।
हालांकि, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने राज्य में कांग्रेस सरकार के खिलाफ हंगामा खड़ा करने के लिए अपने वरिष्ठ नेता शिवशंकरप्पा का विरोध किया है।
शिवशंकरप्पा ने संवाददाताओं से कहा, “हमारे समुदाय के कई अधिकारियों को अच्छे पद नहीं दिए गए हैं और उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अतीत में एस निजलिंगप्पा और वीरेंद्र पाटिल (दिवंगत मुख्यमंत्री) ने प्रशासन चलाया और लिंगायतों को अच्छी स्थिति में रखा लेकिन अब हमारे लोग सत्ता से वंचित महसूस कर रहे हैं।”
शिवशंकरप्पा ने अप्रत्यक्ष रूप अपने समुदाय के नेता को मुख्यमंत्री बनाने की बात की और रूखेपन से जवाब दिया कि उपमुख्यमंत्री का पद कौन चाहता है? सीएम का स्वागत है, अन्यथा इसे भूल जाइए।
उनका यह बयान सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी द्वारा वीरशैव लिंगायत समुदाय में भाजपा की पकड़ को नुकसान पहुंचाने के बीच आया है, जिन्होंने कथित रूप से पिछली भाजपा सरकार में बसवराज बोम्मई से बागडोर देने और येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटने के लिए कहने पर भगवा पार्टी के खिलाफ नाराजगी जताई थी।
वहीं शिवशंकरप्पा के बयान को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि वीरशैव लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखने वाले सात मंत्री सरकार में हैं।
92 वर्षीय कांग्रेस विधायक का समर्थन करते हुए श्री येदियुरप्पा ने कहा कि शिवशंकरप्पा अखिल भारतीय वीरशैव महासभा के प्रमुख हैं और समुदाय के अधिकांश नेता उनकी तरह ही सिद्धारमैया सरकार के खिलाफ सोच रखते हैं और इन परिस्थितियों में, मैं समुदाय के लोगों से खड़े होने और एकजुट होने का आग्रह करता हुं।