राकेश के सहारे नगर पालिका में खाता खोल सकती है समाजवादी पार्टी
मुजफ्फरनगर। स्थानीय निकाय चुनाव के नामांकन शुरू हो चुके हैं ऐसे में चर्चा है कि समाजवादी पार्टी गठबंधन राकेश शर्मा के नाम पर सहमति बना चुका है अगर राकेश शर्मा समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी होते हैं तो मुजफ्फरनगर नगर पालिका परिषद में समाजवादी पार्टी का रास्ता आसान हो सकता है।
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर नगर पालिका परिषद में समाजवादी पार्टी का कैंडिडेट कभी चुनाव नहीं जीत पाया। यह बात अलग है कि पिछले 5 चुनाव में दो बार कांग्रेस चेयरमैन पद पर अपना कब्जा जमा चुकी है। इस बार निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर राकेश शर्मा के नाम की चर्चा जोरों पर है। ऐसे में अगर राकेश शर्मा समाजवादी पार्टी और गठबंधन के प्रत्याशी होते हैं तो समाजवादी पार्टी का नगर पालिका परिषद में खाता खोलने के आसार बन सकते हैं।
गौरतलब है कि राकेश शर्मा ब्राह्मण समाज में स्वीकार्य चेहरा है। पिछले दिनों भी उन्होंने मुजफ्फरनगर में एक बड़ा ब्राह्मण सम्मेलन किया था। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के परंपरागत वोट वोटर मुसलमान, रालोद के जाट एवं अन्य किसान तथा आजाद समाज पार्टी के सहारे दलित वोटों में सेंध के कारण राकेश शर्मा की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है साथ ही साथ राकेश शर्मा के साथ समाज के सभी वर्ग के जुड़े युवा भी राकेश शर्मा के लिए तुरुप का इक्का हो सकते हैं। इसके साथ ही ब्राह्मणों की कहीं ना कहीं सरकार से नाराजगी भी राकेश शर्मा के लिए फायदेमंद हो सकती है क्योंकि पिछले दिनों कानपुर देहात में ब्राह्मण परिवार पर जिस तरह से जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाया था, उसको लेकर भी ब्राह्मण समाज नाराज है । भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि अगर समाजवादी पार्टी गठबंधन राकेश शर्मा को बंटी स्वरूप की जगह 2022 में शहर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी विधानसभा का चुनाव लड़ा देती तब भी समाजवादी पार्टी जीत सकती थी।