जनजातीय वर्ग के जीवन में बदलाव को लेकर सीएम ने कहा.....
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों में विस्तार) (पेसा) अधिनियम कोई कर्मकांड नहीं, इससे जनजातीय वर्ग का जीवन बदलेगा।
चौहान ने आज यहां प्रशासनिक अकादमी में इस अधिनियम के संबंध में आयोजित एक दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ कर इससे जुड़े प्रावधानों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ये अधिनियम कोई कर्मकांड नहीं, इससे जनजातीय वर्ग का जीवन बदलेगा। संपन्न वर्ग अलग दुनिया बना लेता है और पिछड़े लोग अधिक पिछड़ जाते हैं। यह स्थिति बदलनी थी। उन्होंने कहा कि इस नियम के लागू होने से मध्यप्रदेश 89 विकासखंड में आदर्श बनेगा। इससे गाँव में पंचायतें सशक्त होंगी।
उन्होंने प्रशिक्षकों से कहा कि वे इस अधिनियम को सरल भाषा में समझाएं। प्रशासनिक अमला सकारात्मक मानसिकता बनाए, वनमंडलाधिकारी भी जनजातीय समुदाय को जल, जंगल, जमीन के अधिकार दिलवाने सक्रिय हों। ये नियम किसी के विरोध में नहीं हैं। ये सिर्फ जनजातीय बहुल विकासखंडों के ग्रामीण क्षेत्र के लागू होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सामाजिक समरसता से सामाजिक क्रांति आएगी। राज्य शासन के मंतव्य के अनुसार इस नियम का संदेश और जानकारी लोगों तक पहुंचाएं। 31 दिसंबर तक ग्राम सभाएं जरूरी कार्यवाही पूरी करें।