पढ़िए मायावती को किस से हुआ अपनी जान का खतरा - सरकार से मांगी सुरक्षा
लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए अपनी जान का खतरा होना बताया है। मायावती ने यूपी सरकार से सुरक्षा देने की भी मांग की है ।
गौरतलब है कि बसपा प्रमुख मायावती ने अपने सोशल मीडिया X हैंडल पर लगातार तीन पोस्ट शेयर की। मायावती ने अपनी पहली पोस्ट में लिखा कि समाजवादी पार्टी अति पिछड़ों के साथ-साथ जबरदस्त दलित विरोधी पार्टी भी है हालांकि बीएसपी ने पिछले लोकसभा आम चुनाव में सपा से गठबंधन करके उनके दलित विरोधी चाल चरित्र में चेहरे को थोड़ा बदलने का प्रयास किया लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद ही सपा पुनः अपने दलित विरोधी जातिवादी एजेंट पर आ गई।
इसके साथ ही मायावती ने दूसरी पोस्ट में लिखा और अब सपा मुखिया जिससे भी गठबंधन की बात करते हैं उनकी पहली शर्त बसपा से दूरी बनाए रखने की होती है जिसे मीडिया में भी खूब प्रचारित करता है। वैसे भी सपा के 2 जून 1995 गेस्ट हाउस कांड जैसे घिनोने कृत्यों को देखते हुए उनकी सरकार के दौरान जिस प्रकार से अनेको दलित विरोधी फैसले लिए गए हैं।
इसके साथ ही तीसरी पोस्ट में मायावती ने लिखा कि जिनमे बीएसपी यूपी स्टेट ऑफिस के पास ऊंचा पुल बनाने का कृत्य भी है, जहां से षड्यंत्रकारी अराजक तत्व पार्टी दफ्तर, कर्मचारियों व। राष्ट्रीय प्रमुख को भी हानि पहुंचा सकते हैं जिसकी वजह से पार्टी को महापुरुषों की प्रतिमाओं को वहां से हटाकर पार्टी प्रमुख के निवास पर शिफ्ट करना पड़ा। बसपा प्रमुख मायावती के इन तीन पोस्ट से उत्तर प्रदेश की सियासत में खलबली मची हुई है। इसके साथ ही इंडिया गठबंधन में मायावती और समाजवादी पार्टी के एक साथ आने पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं।