राम गोविन्द चौधरी ने यूपी सरकार के बजट को पहले के मुकाबले बताया कम
लखनऊ। पूर्व नेता विरोधी दल विधानसभा उत्तर प्रदेश एवं राष्ट्रीय सचिव राम गोविंद चौधरी ने कहा कि वित्त मंत्री उत्तर प्रदेश द्वारा प्रस्तुत वित्त वर्ष 2024 /25 के देखने से स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार को गरीबो दलितो पिछड़ों और बेरोजगारों की कोई चिंता नहीं है न ही उसका विकास से कोई सरोकार है, वह केवल जनता के धार्मिक आत्मिक भावनाओं को भूनाकर वोट में तब्दील करने में प्रयासरत रहती हैं।
राम गोविंद चौधरी ने कहा कि सरकार को वित्त वर्ष 2023/ 24 का मूल बजट रुपये 690242.43 करोड़ था अनुपूरक लिया रुपये 28766067.38 लाख अर्थात 287661.05 करोड़ कुल बजट लिया था, रूपये 719003.48 करोड़ वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024/25 का बजट रूपये 736437.71 करोड़ है पिछला कुल लिया गया बजट घटाने पर रूपये 17434.23 करोड़ अधिक ले रहे है। अर्थात पिछले वर्ष से इस वर्ष केवल 2.4 प्रतिशत वृद्धि करके बजट लिया गया है। पिछले वित वर्ष 2023/24 में नई योजनाओं में सरकार ने 32,721.96 करोड़ रूपये लिए थे। इस वित्तीय वर्ष 2024 /25 में केवल 24863.57 करोड़ ले रही है अर्थात रूपये 7858.39 करोड़ कम करके लिए गये हैं।
राम गोविंद चौधरी ने कहा कि C.P.I रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2023 में मुद्रास्फीति दर 5.69 प्रतिशत रही है अगर मुद्रास्फीति की दर से देखे तो यह बजट पिछले वर्ष से काफी कम है इसे स्पष्ट है कि सरकार का रुझान विकास कार्य के तरफ नहीं है और उसके पास नई योजना नहीं है यह बजट से प्रदेश की जनता का कोई हित नहीं होने वाला है इस बजट प्रदेश के हर वर्ग को मायूसी देने वाला है।