पंडितों पर बोलकर सुर्ख़ियों में आए BKU के राकेश टिकैत
मुजफ्फरनगर। किसानों की समस्याओं को लेकर धरना, प्रदर्शन और आंदोलन करने के मामले में सुर्खियों में रहने वाले भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत दिल्ली में गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे धरने के तहत हरियाणा के पलवल में हुई सभा में किसानों के बीच दिए गए बयान को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं।
दरअसल, चौधरी राकेश टिकैत ने गुरुद्वारों द्वारा आंदोलनकारी किसानों के लिए शुरू कर रखी लंगर सेवा से प्रभावित होकर किसानों के बीच भरी सभा में आंदोलन में पंडितों के योगदान ना करने को लेकर पंडितों को निशाने पर लिया था। जिसका वीडियो वायरल हुआ तो लोगों को पता चला कि चौधरी राकेश टिकैत ब्राह्मणों से अत्यधिक खफा है और वह उन्हें जनसेवा करने वाला समाज न मानकर केवल दान गटकने वाला मानते हैं।
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के बयान को लेकर ब्राह्मण समाज में जब रोष फैला तो उन्होंने सोशल मीडिया पर भाकियू प्रवक्ता चौ.राकेश टिकैत को लपटें में लेते हुए उन्हें खरी खोटी सुनानी शुरू कर दी। पंडितों के संबंध में भरी सभा में दिए बयान से मामला विपरीत जाता देख डैमेज कंट्रोल में जुटते हुए चौधरी राकेश टिकैत ने ट्विटर पर ट्वीट कर अपनी सफाई दी और कहा कि उनका आशय किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।
मेरे बयान का आशय मंदिर में पुजारी व ट्रस्ट से ,गुरुद्वारा 'लंगर' की भाति मंदिर के पुजारी व 'ट्रस्ट' भी आंदोलन मे अपने बैनर के साथ लंगर की सेवा प्रदान करने का आशय था, मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर अन्यथा न लिया जाए।वीडियो को एडिट कर गलत तरीके से पेश ना करें।आंदोलन सभी का है pic.twitter.com/xHKA0cO8aQ
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) December 25, 2020
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर एडिट करते हुए दिखाया गया है। उन्होंने केवल गुरुद्वारों का हवाला देते हुए पंडितों से दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों के लिए लंगर सेवा शुरू करने की नसीहत दी थी। बहरहाल उनका आशय कुछ भी रहा हो,चौधरी राकेश टिकैत के बयान का वायरल हुआ वीडियो खूब देखा जा रहा है और लोग अपने अपने तरीके से इसकी व्याख्या कर चटखारे लेते हुए वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।