राहुल और प्रियंका ने पलिया पहुंच कर लवप्रीत के परिवार से की मुलाक़ात
लखनऊ। 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा में मारे गए किसानों से मिलने के लिए कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी के पलिया कस्बे में पहुंच गए हैं। पीड़ित परिवार को दोनों भाई बहनों ने जहां सांत्वना दी, वहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस आपके साथ खड़ी हुई है।
गौरतलब है कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में जब किसानों और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के समर्थकों के बीच विवाद में 8 लोगों की जान गई , तब इस मामले ने तूल पकड़ लिया था क्योंकि किसानों ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और उनके समर्थकों ने गाड़ियां चढ़ाकर किसानों की हत्या की है। जैसे यह मामला सामने आया तो कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी 3 अक्टूबर की रात को ही दिल्ली से लखनऊ पहुंच गई थी। पुलिस की सख्ती के बावजूद प्रियंका गांधी लखनऊ से सीतापुर पहुंच गई थी जहां उन को पुलिस ने हिरासत में लेकर पीएसी कैंपस में रख लिया था।
3 दिन प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी जाने की जिद पर अड़ी रही। इधर सरकार ने भी साफ कर दिया था कि वह प्रियंका गांधी को लखीमपुर खीरी नहीं जाने देगी।
इस जद्दोजहद के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रेस कर ऐलान कर दिया था कि वह हर हाल में लखीमपुर खीरी जाएंगे। आज राहुल गांधी अपने साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ लखनऊ एयरपोर्ट पर उतर गए थे। जब पुलिस प्रशासनिक अफसरों ने उनको एयरपोर्ट पर रोक लिया तो दोनों मुख्यमंत्री के साथ राहुल गांधी धरने पर बैठ गए थे। एयरपोर्ट से ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मृतक परिवार के परिजनों को 50- 50 लाख रुपए देने की घोषणा कर दी थी। इसके बाद सरकार बैकफुट पर आई और राहुल गांधी को 5 लोगों के साथ लखीमपुर खीरी जाने की परमिशन दे दी थी।
लखनऊ से निकलकर राहुल गांधी सीतापुर आए। जहां से उन्होंने अपनी बहन और कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी को साथ लेकर लखीमपुर खीरी के पलिया में पीड़ित परिवारों के घर पहुंच कर उन्होंने लगभग 20 मिनट तक मुलाकात की।