वोटिंग में जयंत की गैर हाजिरी पर उठे सवाल- अब RLD ने दी सफाई
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में प्रशासनिक अधिकारों को लेकर केंद्र सरकार की ओर से लाए गए दिल्ली सेवा बिल पर राज्यसभा में हुई वोटिंग में आरएलडी के मुख्य जयंत चौधरी नदारद रहे। जयंत की गैर हाजिरी पर राजनैतिक हलकों में अब तरह तरह के सवाल उठ रहे है। पहले भी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं होने वाले राज्यसभा सदस्य जयंत चौधरी के वोटिंग से नदारद रहने को लेकर अब आरएलडी की ओर से अपनी सफाई दी गई है। मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल की ओर से राज्यसभा में दिल्ली सेवा बिल के पक्ष और विपक्ष के लिए हुई वोटिंग में पार्टी मुखिया चौधरी जयंत सिंह के शामिल नहीं होने पर अपनी सफाई दी गई है।
राज्यसभा में हुई वोटिंग में चौधरी जयंत सिंह के शामिल नहीं होने को लेकर पार्टी की ओर से कहा गया है कि चौधरी जयंत सिंह पारिवारिक मेडिकल इमरजेंसी की वजह से वोटिंग में शामिल नहीं हो सके थे। पार्टी नेता रोहित अग्रवाल ने कहा है कि यदि वोटिंग को लेकर कांटे की टक्कर होती तो चौधरी जयंत सिंह स्वयं राज्यसभा में जरूर जाते। उन्होंने कहा है कि चौधरी जयंत सिंह के वोट देने से कोई बड़ा अंतर नहीं आने जा रहा था। क्योकि राज्यसभा में हुई वोटिंग में बिल के समर्थन में 131 और विपक्ष में 102 वोट पड़े हैं। राष्ट्रीय लोकदल विपक्ष के इंडिया गठबंधन के साथ है और मुंबई में होने वाली गठबंधन की बैठक में राष्ट्रीय लोकदल जरूर शामिल होगा।
पहले भी इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल नहीं होने वाले चौधरी जयंत सिंह के अब राज्यसभा में दिल्ली सेवा बिल की वोटिंग में भाग नहीं लेने पर आम जनमानस द्वारा कहा जा रहा है कि जिस तरह से राष्ट्रीय लोकदल की ओर से चौधरी जयंत सिंह के वोटिंग में शामिल हो नहीं होने को लेकर अब अपनी सफाई दी जा रही है तो क्या आरएलडी को पहले से ही पता था कि पक्ष और विपक्ष में कितने वोट पड़ेंगे?