हाथ में डंडा लेकर जनसेवा
नई दिल्ली। ये कुछ अजीब नहीं लग रहा कि कोई नेता अपने कार्यकर्ताओं को सलाह दे कि वे हाथ में डंडा लेकर जनता की सेवा करें क्योंकि उन्हें अपनी सुरक्षा की चिंता है। इतना ही नहीं वो राज्य की पुलिस से भी चिढ़ गये हैं। नेता कहते हैं कि हम सत्ता में आये तो पुलिस से जूते साफ करवाएंगे। ये नजारे पश्चिम बंगाल में देखने को मिल रहे हैं जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस में असंतोष भी दिखाई पड़ रहा है। एक सर्वे में पता चला है कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस का विकल्प भारतीय जनता पार्टी बन गयी है। लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने धमाकेदार मौजूदगी भी दर्ज करा दी है, इसलिए भाजपा नेता चौड़े भी हो गये है।
पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी नेता लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया है कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा सबसे खराब है। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच बीजेपी के लिए एक अच्छी खबर आई है। यह खबर बिहार के पड़ोस के राज्य पश्चिम बंगाल से है। हाल ही में कराए गए दो सर्वे के मुताबिक बीजेपी का प्रभाव अब पश्चिम बंगाल में बढ़ रहा है। बंगाल की जनता अब बीजेपी को स्वीकार करने लगी है। ऐसे में तृणमूल कांग्रेस के लिए झटका यह है कि अब पश्चिम बंगाल में बीजेपी उसके विकल्प के तौर पर उभर रही है। हालांकि सर्वे में यह भी कहा गया है कि बीजेपी को कुछ क्षेत्रों में संगठनात्मक मुद्दों का समाधान निकालना बाकी है। पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे के संबंध में एक भाजपा नेता ने कहा है कि दूसरे सर्वे में पाया गया कि अम्फान चक्रवात के बाद तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों ने जमीनी परिस्थितियों में बड़ा बदलाव किया और यह परिवर्तन बीजेपी के पक्ष में है। ऐसे में पार्टी कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है। इसलिए जमीनी हालात जानने के लिए सर्वे कराए गए। पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए अगले साल अप्रैल-मई में चुनाव होंगे।
हालात पक्ष में हैं फिर भी इतना डर? पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि जब भगवा दल के कार्यकर्ता बीरभूम जिले में उनकी रैली में हिस्सा लेने आ रहे थे, तब उनपर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला किया। घोष ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से छड़ी लेकर सड़क पर निकलने को कहा ताकि जरूरत पड़ने पर पलटवार किया जा सके। सूरी में आयोजित पार्टी की एक रैली में घोष ने दावा किया कि बीजेपी के सत्ता में आने पर तृणमूल कांग्रेस के कई नेता जेल में होंगे। उन्होंने कहा, हमारे जो कार्यकर्ता सभा में हिस्सा लेने आ रहे थे, उन पर तृणमूल कांग्रेस ने हमला किया। बीजेपी के कार्यकर्ता मार खाने के लिए पैदा नहीं हुए हैं। मैं आग्रह करता हूं कि पार्टी कार्यकर्ता खाली हाथ सड़कों पर नहीं निकले। वे छड़ी लेकर निकलें ताकि जरूरत पड़ने पर जवाबी हमला किया जा सके। बीरभूम जिले के सिमुलिया में दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच तब संघर्ष हो गया जब मिनी बस में रैली में हिस्सा लेने जा रहे बीजेपी के कार्यकर्ताओं का तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं से किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। घोष कहते हैं कि बंगाल में हर जगह अशांति है। पुलिस और प्रशासन अप्रभावी हो गया है, क्योंकि उन्हें तृणमूल कांग्रेस के नेता चला रहे हैं। राज्य में जब बीजेपी सत्ता में आएगी तो तृणमूल कांग्रेस के कई नेता जेल में होंगे।
घोष ने एक गंभीर जानकारी दी है कि बीरभूम जिले में बम बनाने की कई इकाइयां पता चली हैं और आतंकवादी गिरफ्तार हुए हैं। अभी यहां की स्थिति वैसी है जैसी कश्मीर में हुआ करती थी।मेदिनीपुर के सांसद ने कहा कि 2021 के चुनाव में सत्ता परिवर्तन होना जरूरी है। ऐसा नहीं होने पर लोगों का बंगाल में रहना मुश्किल हो जाएगा। बीजेपी प्रदेश प्रमुख ने ये भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की ओर से भेजा गया पैसा लोगों के हाथों में नहीं पहुंचता है। उसे तृणमूल कांग्रेस के नेता लूट लेते हैं।
भाजपा के अध्यक्ष के साथ उपाध्यक्ष भी पीछे नहीं हैं। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के बीजेपी उपाध्यक्ष राजू बनर्जी ने दुर्गापुर में एक कार्यक्रम में ममता सरकार पर हमला बोला और कहा हम सत्ता में आए तो पुलिस से जूते चटवाएंगे। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं, इसी के चलते भारतीय जनता पार्टी और सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बीच तनातनी का दौर लगातार बढ रहा है। बंगाल के बीजेपी उपाध्यक्ष राजू बनर्जी ने पश्चिम बंगाल सरकार और पुलिस को लेकर विवादित बयान दिया है। राजू बनर्जी ने कहा, ममता सरकार बंगाल में पुलिस गुंडाराज को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। अगर भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई तो पुलिस को जूते चाटने पर मजबूर कर देगी। उन्होंने कहा, देखिए आजकल पश्चिम बंगाल में क्या हो रहा है? क्या राज्य में गुंडा राज ही रहेगा? पुलिस किसी भी तरह की कोई मदद नहीं कर रही है। ऐसी पुलिस के साथ क्या करना चाहिए. हम उन्हें जूते चटवाएंगे।
इसके पहले राजू बनर्जी ने एक जनसभा में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या का मामला उठाया था। उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि बीजेपी पार्षद की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी जाती है और पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाती। राजू बनर्जी ने कहा था, हम लोग चाहें तो प्रदेश के सभी थाने नष्ट कर सकते हैं। इसमें एक मिनट का समय लगेगा। सभी थाने नष्ट कर पुलिसकर्मियों को तृणमूल कांग्रेस के दफ्तर में बैठा देंगे। बंगाल बीजेपी के उपाध्यक्ष इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने कहा कि आज पुलिसकर्मी, तृणमूल कांग्रेस के दलाल और चमचे हो गए हैं। राजू बनर्जी ने कहा कि आज आलम यह है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता थाने में जाकर पुलिस की पिटाई कर रहे हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले टीटागढ़ में बीजेपी पार्षद मनीष शुक्ला की हत्या हो गई थी। इस घटना को लेकर शुक्ला के समर्थकों ने चक्का जाम भी किया था।
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में अपनी और विपक्ष की ताकत पहचानने के लिए दो अलग-अलग एजेंसियों से राज्य के 78 हजार बूथों पर सर्वे कराया। इसमें पार्टी जनता का मिजाज जानना चाहती थी। सूत्रों के अनुसार बीजेपी ऐसा ही एक और सर्वे इस महीने के अंत तक कराएगी। इन दोनों सर्वे को पार्टी के शीर्ष नेताओं के समक्ष पेश किया जाएगा। अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले चुनाव में पार्टी की रणनीति में ये सर्वे अहम भूमिका निभा सकते हैं।
भाजपा की रणनीति से ममता बनर्जी वाकिफ हैं लेकिन वे तृणमूल के असंतुष्ट नेताओं को लेकर चिंतित हैं। ममता बनर्जी ने उनसे कहा- पार्टी को गलत मत समझिए। ममता बनर्जी ने यह बयान ऐसे समय में दिया है, जब कई तृणमूल कांग्रेस के नेता शिकायत कर रहे हैं कि पार्टी की कमान अब उनके हाथ में नहीं है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं से 25 नवम्बर को कहा कि वह उन नेताओं के बारे में जानती हैं, जो विपक्षी खेमे के संपर्क में हैं पर व्यक्तियों के बीच मतभेदों के कारण पार्टी में कोई भ्रांति पैदा नहीं होनी चाहिए। बनर्जी ने कहा कि वह पार्टी के साथ-साथ प्रशासनिक कार्यों को भी स्वयं देखेंगी। उन्होंने कोविड-19 संक्रमण के बीच यहां अपनी पहली जन रैली में कहा, मैंने जीवनभर राजनीति में काम किया है। मैं अपने अनुभव के आधार पर कभी यह दावा नहीं कर सकती कि हर कोई अच्छा होता है। एक या दो लोग ऐसे हो सकते हैं, जो अच्छे नहीं हों, लेकिन हम इन गलतियों को सुधारेंगे।
ध्यान रहे कि असंतुष्ट तृणमूल नेता और राज्य परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी कुछ समय से पार्टी से दूरी बनाए हुए थे और कुछ महीनों से राज्य कैबिनेट की बैठकों में शामिल नहीं हुए। उनके निकटस्थ सूत्रों ने बताया कि वह जिला पर्यवेक्षक का पद समाप्त किए जाने के विचार को लेकर सहज नहीं थे। सुवेन्दु ने ममता का साथ छोड़ दिया। (हिफी)