पुलिस ने दिखाए काले झंडे और जीप से रोंद डाले किसानों के पुतले

लखीमपुर। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की वारदात को तिकुनिया में एक बार फिर से दोहराया गया। 3 अक्टूबर दिन रविवार को डिप्टी सीएम के दौरे का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाते समय 4 किसानों और एक पत्रकार की थार जीप के नीचे कुचलकर यहां पर मौत हो गई थी। एसआईटी की टीम केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के आरोपी बेटे आशीष मिश्रा और उसके दोस्त अंकित दास को अपने साथ लेकर तिकुनिया पहुंची थी।

बृहस्पतिवार को इसी माह की 3 अक्टूबर दिन रविवार को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले को आज एक बार फिर से एसआईटी की टीम द्वारा सीन रीक्रिएशन किया गया। तिकुनिया में 3 अक्टूबर दिन रविवार को हुई हिंसा की वारदात में 4 किसानों एवं एक पत्रकार की थार जीप के नीचे कुचले जाने की वजह से मौत हो गई थी। तिकुनिया में पहुंची एसआईटी टीम के साथ केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी का आरोपी बेटा आशीष मिश्रा और उसका दोस्त अंकित दास तथा उसका मैनेजर व सिक्योरिटी गार्ड लतीफ उर्फ काले और ड्राइवर शेखर भारती भी मौजूद रहा। एसआईटी की टीम की ओर से किसानों के पुतलों के ऊपर पुलिस द्वारा जीप चढ़ाकर उस दिन की पूरी वारदात का सीन रीक्रिएशन किया गया। तकरीबन 2 घंटे बाद एसआईटी की टीम आशीष मिश्रा के गांव बनवीरपुर में पहुंची है, जहां उस दिन हुए दंगल के दौरान आरोपी आशीष मिश्रा मोनू ने वहां पर अपने मौजूद होने का दावा किया था। तिकुनिया में दोहराए गये सीन में नये कृषि कानून वापस लो..आदि नारेबाजी और काले झंडे देखते ही जीप सड़क पर खड़े किसानों के पुतलों को रौंदती हुई निकल गई और तकरीबन 200 मीटर दूर जाकर थमी। जिसके बाद उसके पीछे की गाड़ी से उतरकर चार-पांच लोग भागते हैं। उसी दौरान कुछ लोग उन्हें पकड़कर पीटना शुरू कर देते हैं तो कुछ किसान गाड़ी में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा देते हैं। यह 3 अक्टूबर दिन रविवार को तिकुनिया में हुई हिंसा का रीक्रिएशन सीन था।





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