अयोध्या में जमीन की जालसाजी में शामिल लोगों का हो इस्तीफा- संजय सिंह
लखनऊ। आम आदमी पार्टी सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि आस्था के नाम पर अयोध्या में जमीन की जालसाजी करने वाले जनप्रतिनिधियों और अफसरों का इस्तीफा लिया जाना चाहिये।
संजय सिंह ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देश के करोड़ों लोगों की आस्था प्रभु श्री राम का मंदिर बनाने में है। लोग अपना पेट काटकर इस मंदिर के निर्माण के लिए चंदा दे रहे हैं और भाजपा नेता एवं अधिकारी करोड़ों रुपये का घोटाला और जालसाजी करने में व्यस्त है। श्री राम ने हमेशा वंचितों को अपने विचारों में अपने कर्मों में सदैव आगे रखने की बात कही और भाजपा के नेता वंचित अनुसूचित समाज के लोगों की जमीन को दान में लेकर अयोध्या में करोड़ों रुपए का धंधा करा रहे हैं। उन्होने मांग की कि पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट मॉनिटर्ड एसआईटी से करानी चाहिए। जितने भी विधायक, अधिकारी इस मामले में शामिल हैं, तुरंत उनका इस्तीफा लिया जाए, तब इस मामले की निष्पक्ष जांच संभव है।
संजय सिंह ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुये कहा कि एक जमीन जो कुसुम पाठक और हरीश पाठक से चंपत राय ने राम जन्म भूमि ट्रस्ट के लिए 8 करोड रुपए में खरीदी। इसमें गवाह इनके प्रिय चहेते अनिल मिश्रा हैं जो कि ट्रस्ट के सदस्य हैं। इसमें से चंपत राय 3500000 रुपए की जमीन को यशोदा नंदन त्रिपाठी को दान कर देते हैं। मैं यह पूछना चाहता हूं कि किस अधिकार से इन्होंने यह जमीन दान की।