पटेल ने किया 'स्कूल ऑफ़ ड्रोन' का शुभारंभ

पटेल ने किया स्कूल ऑफ़ ड्रोन का शुभारंभ

गांधीनगर। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को गांधीनगर स्थित गुजरात राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी-जीएनएलयू) में स्कूल ऑफ़ ड्रोन का शुभारंभ करते हुए कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि ड्रोन टेक्नोलॉजी का अधिकतम लाभ किसानों और अंतिम छोर के साधारण व्यक्ति को मिले।

श्री पटेल ने अहमदाबाद स्थित कौशल्य-द स्किल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत जीएनएलयू-गांधीनगर में स्कूल ऑफ़ ड्रोन का शुभारंभ कराया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेशभाई पटेल तथा श्रम, कौशल्य विकास और रोज़गार मंत्री ब्रिजेशभाई मेरजा उपस्थित रहे।

उन्होंने इस अवसर पर कहा कि गुजरात सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ अंतिम छोर के मानव और लाभार्थियों तक पहुँचाने के लिए ड्रोन टेक्नोलॉजी सही अर्थ में वरदान समान सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में किसानों, साधारण मानव तथा युवा भी ड्रोन का विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक उपयोग कर सकें इस उम्दा उद्देश्य से राष्ट्रीय स्तर पर ड्रोन की नीति में उल्लेखनीय संशोधन-परिवर्तन किए हैं। इसके फलस्वरूप आज गुजरात में स्कूल ऑफ़ ड्रोन का शुभारंभ किया गया है।

समग्र देश में ड्रोन टेक्नोलॉजी में इंस्ट्रक्टर, पायलट, मेंटेनेंस तथा उत्पादन क्षेत्र में नए अवसरों का सृजन कर गुजरात अग्रसर राज्य बना है। कौशल्य-द स्किल यूनिवर्सिटी भारत में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) मान्यता प्राप्त ड्रोन प्रशिक्षण का राज्य स्तरीय प्रथम विश्वविद्यालय है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में ड्रोन टेक्नोलॉजी के विकास के लिए आर्थिक सहायता का भी भुगतान किया जाता है। स्टार्टअप क्षेत्र में पिछले तीन वर्षों से समग्र देश में गुजरात प्रथम स्थान पर है। प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप के माध्यम से आज़ादी के अमृत काल में गुजरात सहित समग्र देश सभी क्षेत्रों में प्रगति करे; इस दिशा में हम सभी को संयुक्त प्रयास करने होंगे।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री के 'हर घर तिरंगा' अभियान को अधिक से अधिक सफल बनाने के लिए गुजरात के एक करोड़ घरों तक राष्ट्र ध्वज तिरंगा पहुँचाया गया है। मुख्यमंत्री ने सभी गुजरातियों का इस अभियान में सहभागी होने का आह्वान किया। इस अवसर पर भूपेंद पटेल के करकमलों से डीजीसीए मान्यता प्राप्त ड्रोन प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले विद्यार्थियों को ड्रोन पायलट लाइसेंस प्रदान किए गए।

मुख्यमंत्री सहित महानुभावों की उपस्थिति में जीएनएलयू कैम्पस में ड्रोन निर्माण करने वाली विभिन्न कम्पनियों द्वारा ड्रोन अभ्यास भी किया गया।

वार्ता

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