खुली किस्मत, जागे भाग्य- चुनाव हारे स्वामी प्रसाद जाएंगे विधान परिषद
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव से ऐन पहले भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब किस्मत जागने पर विधान परिषद में जाकर पार्टी के मुद्दों को प्रमुखता के साथ उठाएंगे। 7 जून को उनके द्वारा विधान परिषद के लिए नामांकन किए जाने की बात सामने आ रही है। उधर अरविंद राजभर एवं सोबरन सिंह यादव का भी विधान परिषद में जाना लगभग निश्चित माना जा रहा है।
रविवार को राजनीतिक हलकों से निकलकर बाहर आ रही जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी की ओर से 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव में हार का मुंह देखने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को अब विधान परिषद में भेजा जा रहा है। राजनीतिक हलकों में चल रही चर्चाओं के मुताबिक विधान परिषद के लिए उनकी सीट पक्की करते हुए 7 जून को उनके द्वारा नामांकन किए जाने की बात कही जा रही है। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के टिकट पर अरविंद राजभर एवं सोबरन सिंह यादव का भी विधान परिषद में जाना तकरीबन निश्चित माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले काफी समय से समाजवादी पार्टी के भीतर एमएलसी प्रत्याशियों के नामों को लेकर गहनता के साथ मंथन किया जा रहा है। विधान परिषद की 13 सीटों के चुनाव के लिए 2 जून को ही चुनाव आयोग की ओर से अधिसूचना जारी की जा चुकी है। 9 जून तक नामांकन करने का समय निर्धारित किया गया है। समाजवादी पार्टी की बात करें तो गठबंधन के तौर पर उसके पास 125 सीटें हैं।
एक एमएलसी की सीट के लिए 29 विधायकों की जरूरत है। संख्या बल के हिसाब से समाजवादी पार्टी के खाते में 4 सीटें निर्विरोध रूप से आ जाएंगी। जबकि संख्याबल के लिहाज से भारतीय जनता पार्टी के हिस्से में विधान परिषद की 9 सीटें आ रही हैं। इन 4 सीटों में समाजवादी पार्टी को 1 सीट गठबंधन में शामिल सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को देनी पड़ सकती है।