दशहरे पर पीएम समेत फूंका 10 मंत्रियों पुतला-रोकने में पुलिस रही फेल
नई दिल्ली। किसानों ने चौकसी में लगी पुलिस और तमाम सुरक्षा एजेंसियों को गच्चा देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत दस नेताओं के पुतले को दशहरा पर्व के मौके पर आग के हवाले कर दिया। किसानों की ओर से दशहरे के मौके पर रावण के पुतले की जगह प्रधानमंत्री और उनके नौ अलग-अलग सिरों के स्थान पर भाजपा मंत्रियों एवं नेताओं के फोटो लगाए गए थे। गुरुद्वारे के सामने खेतों के बीच केवल 15 मिनट के भीतर नारेबाजी करते हुए किसानों ने पुत्रों को आग लगा दी।
शुक्रवार को हरियाणा में अंबाला जिले में भाकियू चढूनी गुट के नेताओं ने दशहरे के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत 10 नेताओं का पुतला फूंककर नये कृषि कानूनों को लेकर अपना विरोध जताया और उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में हुई किसानों की मौत के जिम्मेदार केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को बर्खास्त किये जाने की मांग ही। सवेरे तकरीबन 10.00 बजे पुतला फूंकने वाले किसान लखनौर साहिब गुरुद्वारे के बाहर इकट्ठा होना शुरू हो गए थे। तकरीबन 11.00 बजे जोरदार नारेबाजी करते हुए गुरुद्वारे के सामने इकट्ठा हुए किसानों ने खेत के भीतर जाकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह समेत अन्य 10 नेताओं के पुतले को आग लगा दी। सबेरे से ही चौकसी में लगा पुलिस प्रशासन और तमाम सुरक्षा एजेंसियां किसानों को प्रधानमंत्री का पुतला दशहरे के मौके मौके पर जलाने से रोकने में पूरी तरह से नाकामयाब रही। पिछले वर्ष भी दशहरे के मौके पर अंबाला में किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका था। उस समय पुलिस ने किसानों को रोकने के हर संभव प्रयास किए थे। मगर किसान तमाम पुलिस बल को चकमा देते हुए पीएम मोदी का पुतला फूंकने में कामयाब रहे थे। भाकियू चढूनी ग्रुप की अंबाला जिला इकाई के अध्यक्ष मलकीत सिंह ने बताया है कि अब 18 अक्टूबर को रेल रोको अभियान के दौरान शाहपुर में रेलगाड़ियां रोकी जाएंगी।