बोले अखिलेश-मनभेद' ही नहीं बल्कि 'मठभेद' भी हैं भाजपा में

बोले अखिलेश-मनभेद ही नहीं बल्कि मठभेद भी हैं भाजपा में

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में इन दिनाें 'मतभेद' ही नहीं बल्कि 'मठभेद' भी है, हालत यह है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के दोनों इंजन टकराये जा रहे हैं।

कांग्रेस से इस्तीफा देकर आये पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक और उनके पूर्व विधायक पुत्र पंकज मलिक समेत कुछ अन्य को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराने के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा " भाजपा से आ रही खबरों से पता चलता है कि वहां इन दिनो केवल मनभेद नहीं है, मठभेद भी है। ऐसा मठभेद है कि दोनो इंजन आपस में टकराये जा रहे हैं। सुना तो यह है कि कुछ विधानसभा सीटों पर टिकट बदले जा रहे है। अगर सारे विधायक भी बदल दोगे तभी भी जनता ने भाजपा को बदलने का मन बना लिया है।"

उन्होने कहा कि किसान, देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा परेशान किसान ही है। उसके खेत में फसल खड़ी है। धान कट कर बाजार में जाने लगा है मगर उसे खरीदने का सरकार ने कोई इंतजाम नहीं किया है। वाजिब दाम न मिलने पर कुछ स्थानों पर तो किसान को धान में आग लगानी पड़ी है। बुंदेलखंड में किसान खाद के लिये लाइन में लगने को मजबूर है। लगातार लाइन में लगने से किसानों की जान जा रही है। किसान आत्महत्या कर रहा है। परेशान किसानों ने इस बार भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का मन बनाया है।

महंगाई का जिक्र करते हुये अखिलेश ने कहा कि डीजल, पेट्रोल लगातार महंगा होता जा रहा है। जनता को भाजपा न जाने कौन सा पहाडा याद दिलाना चाहती है, कि हर दिन 35 पैसा कीमत बढा देती है। जो किसान अर्थव्यवस्था की रीढ है उसकी कोई मदद नही कर रहा है। किसान डीजल और बिजली के खर्च से परेशान है मगर कोई नहीं जानता कि मुनाफा कहां जा रहा है। वास्तव में भाजपा किसानों की नहीं बल्कि मुनाफाखाेरों की पार्टी है। यह बड़े लोगों की पार्टी है जो मुनाफे में खेलते है। जो सेंसेक्स का ऊपर नीचे उठना बैठना देखते हैं जबकि अर्थव्यवस्था को गरीब और किसान संभालता है।

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के घटिया निर्माण का आरोप लगाते हुये उन्होने सवाल किया कि आखिरकार देश की बड़ी कंपनियों को टेंडर क्यों नहीं दिये गये जबकि इतने बड़े प्रोजेक्ट में भाजपा के सहयोगी और चेहते लोगों को टेंडर दिया गया। उन्होने कहा कि पूर्वांचल और पश्चिम से भाजपा के घुसने का रास्ता बंद कर दिया गया है और बीच में वह खुद मौजूद हैं।

सपा में शामिल होने वाले सर्वसमाज के जयपाल सिंह कश्यप और बसपा के जिमी हैदर ,रामसागर अकेला के अलावा हरेन्द्र मलिक एवं उनके पुत्र पंकज मलिक को विश्वास दिलाते हुये उन्होने कहा कि सभी के हित और सम्मान का पूरा ख्याल रखा जायेगा।

इससे पहले पहले प्रियंका गांधी वाड्रा के पूर्व सलाहकार हरेन्द्र मलिक ने कहा कि भाजपा के कुशासन से सिर्फ सपा ही निजात दिला सकती है। संविधान की रक्षा के लिये वह सपा में शामिल हुये हैं। चिड़िया के बराबर ही सही मगर बिना लाभ के संघर्ष करेंगे। उन्होने कहा कि 44 साल के राजनीतिक जीवन में उन्होने कई उतार चढावा देखे और 18 सालो तक कांग्रेस में रहा। आज महसूस होता है कि भाजपा के शासनकाल में जब चारो तरफ भ्रष्टाचार को बोलबाला है। किसान कराह रहा है। उसकी नहीं सुनी जा रही है। ऐसे में सपा और अखिलेश यादव से जनता की उम्मीदे और बढ गयी है।

मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा से वर्ष 1985 में पहली बार जनप्रतिनिधि के तौर पर चुने गये श्री मलिक ने लगातार चार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर अपनी लोकप्रियता का लोहा मनवाया था। वह 2002 में कांग्रेस के लिये राज्यसभा सांसद निर्वाचित हुये। उनके पुत्र पंकज मलिक भी दो बार विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके है। इसके अलावा वह पार्टी संगठन में अहम पदों में रह चुके हैं।



वार्ता

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