छठे चरण की छह सीट पर राजग ने उतारे निवर्तमान सांसद, दो महिला MP बेटिकट
पटना। बिहार में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने आठ में से छह सीट महाराजगंज, पूर्वी चंपारण, वैशाली, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज (सु) और वाल्मीकीनगर में अपने वर्तमान सांसदों को सियासी रणभूमि में उतारा है, जबकि दो सीट शिवहर और सीवान की वर्तमान महिला सांसद को बेटिकट कर दिया है।
बिहार लोकसभा चुनाव में छठे चरण का मतदान 25 मई को महाराजगंज, पूर्वी चंपारण,वैशाली,पश्चिम चंपारण, गोपालगंज (सु), वाल्मीकिनगर शिवहर और सीवान में होने जा रहा है। इनमें से दो सीट शिवहर और सीवान की वर्तमान महिला सांसद को राजग ने बेटिकट कर दिया है, जबकि अन्य छह सीट पर राजग के वर्तमान सांसद चुनावी मैदान में डटे हैं।वर्ष 2019 के चुनाव में राजग ने सभी आठ सीट पर विजयी पताका लहरायी थी। महाराजगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण और शिवहर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीत हासिल की। वहीं वाल्मीकीनगर, सीवान और गोपालगंज (सु) में जनता दल यूनाईटेड (जदयू) तथा वैशाली में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने जीत का परचम लहराया।
महाराजगंज संसदीय सीट से भाजपा के वर्तमान सांसद जर्नादन सिंह सिग्रीवाल जीत की हैट्रिक लगाने की फिराक में हैं, वहीं इंडिया गठबंधन के घटक दल कांग्रेस ने यहां पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के पुत्र आकाश कुमार सिंह को प्रत्याशी बनाया है।
पूर्वी चंपारण सीट से भाजपा के वर्तमान सांसद राधा मोहन सिंह चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं और जीत की आस लगाये हैं, वहीं इंडिया गठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के टिकट पर पूर्व विधायक डा. राजेश कुशवाहा प्रत्याशी हैं, जो पहली बार लोकसभा के रण में उतरे हैं।
पश्चिम चंपारण संसदीय सीट से पूर्व सांसद मदन प्रसाद जायसवाल के पुत्र वर्तमान सांसद डा.संजय जायसवाल चुनावी चौका लगाने की फिराक में है, वहीं इंडिया गठबंधन के घटक कांग्रेस ने पूर्व विधायक मदन मोहन तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है।म दन मोहन तिवारी पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।
वैशाली संसदीय सीट से राजग के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) पार्टी की वतर्मान सांसद वीणा देवी दूसरी बार जीत के लिये ललायित है, वहीं इंडिया गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पूर्व बाहुबली विधायक विजय शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला पर दाव लगाया है। राजद प्रत्याशी विजय शुक्ला तीसरी बार वैशाली के लोकसभा के रण में उतरे हैं। इससे पूर्व दो बार उन्हें मात मिली थी।
वाल्मीकिनगर सीट पर वर्ष 2019 के चुनाव में राजग में शामिल जनता दल यूनाईटेड (जदयू) प्रत्याशी वैधनाथ प्रसाद महतो और महागठबंधन के प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री केदार पांडेय के पौत्र और पूर्व सांसद स्वर्गीय मनोज पांडेय के पुत्र शाश्वत केदार के बीच मुकाबला हुआ। इस चुनाव में जदयू के वैद्यनाथ महतो ने जीत हासिल की। वैद्यनाथ महतो के निधन के बाद वर्ष 2020 में हुये उपचुनाव में उनके पुत्र जदयू प्रत्याशी सुनील कुमार ने जीत हासिल की थी। इस बार के चुनाव में राजग में शामिल जदयू उम्मीदवार। वर्तमान सांसद सुनील कुमार फिर चुनावी रणभूमि में ताल ठोक रहे हैं, वहीं इंडिया गठबंधन गठबंधन में शामिल राजद प्रत्याशी दीपक यादव चुनावी मैदान में डटे हैं।
गोपालगंज (सु) से जदयू के वर्तमान सांसद आलोक कुमार सुमन दूसरी बार जीत के लिये प्रयासरत हैं, वहीं वीआईपी ने यहां प्रेमनाथ चंचल उर्फ चंचल पासवान को अपना उम्मीदवार बनाया है। श्री चंचल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अनुसूचित जाति मोर्चा जिलाध्यक्ष ई. सुदामा मांझी के पुत्र हैं। वीआईपी प्रत्याशी श्री चंचल पहली बार लोकसभा के संग्राम में उतरे हैं।
शिवहर संसदीय सीट से भाजपा ने अपनी की वर्तमान सांसद रमा देवी को बेटिकट कर दिया है। पूर्व मंत्री बृज बिहारी प्रसाद की पत्नी भाजपा नेत्री रमा देवी ने लगातार तीन बार वर्ष 2009, 2014 और 2019 में शिवहर में भाजपा का ‘केसरिया’ लहराया था।राजग में सीटों में तालमेल शिवहर सीट इस बार जदयू को मिली है। जदयू ने यहां पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह की पत्नी लवली आनंद को उम्मीदवार बनाया है। पूर्व सासंद लवली आनंद के विरूद्ध राजद ने पूर्व मुखिया रितु जायसवाल को प्रत्याशी बनाया है। रितु जायसवाल पहली बार लोकसभा के रण में अपनी किस्मत आजमां रही हैं।
सीवान लोकसभा सीट से जदयू ने वर्तमान सांसद कविता सिंह को बेटिकट कर पूर्व विधायक रमेश सिंह कुश्वाहा की पत्नी विजया लक्ष्मी देवी को उम्मीदवार बनाया है।श्री रमेश कुशवाहा हाल ही में उपेन्द्र कुश्वाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा छोड़कर अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी के साथ जदयू में शामिल हुये हैं। वहीं राजद ने सीवान के विधायक ,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी पर भरोसा जताते हुये उन्हें चुनावी अखाड़े में उतार दिया है। पूर्व बाहुबली सांसद मोहम्मद शाहबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब निर्दलीय चुनावी रण में डटी हैं।