सदन में दहाड़े MLA पंकज मलिक- जनता की पीड़ा को समझकर उठाये महत्वपूर्ण मुद्दे

सदन में दहाड़े MLA पंकज मलिक- जनता की पीड़ा को समझकर उठाये महत्वपूर्ण मुद्दे

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की चरथावल विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक पंकज मलिक ने विधानसभा में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान दहाड़ते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा। विधायक पंकज मलिक ने विधानसभा में सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसान खून के आंसू रो रहा है। गन्ना भुगतान नहीं किया गया, विद्यालयों की हालत जर्जर है, यूनिवर्सिटी में सीटे न होने की वजह से स्टूडेंट्स के दाखिले नहीं हो पाते, खिलाड़ियों के लिये कोई स्टेडियम नहीं, युवा बेरोजगार घूम रहे हैं, सफाई कर्मचारी धरने पर बैठे हैं उनकी कोई नहीं सुनता, पानी के सिंचाई की व्यवस्थ नहीं है, बिजली चेकिंग के नाम पर लूट की जा रही है, साइबर अपराध को रोकने के लिये पुलिस चौकियां होनी चाहिए। लोगों की पीडा को समझते हुए विधायक पंकज मलिक ने उक्त मुद्दों सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया।

विधायक पंकज मलिक ने विधानसभा में बोलते हुए कहा कि अधिष्ठाता महोदय आपने मुझे अनुपूरक बजट पर बोलने का मौका दिया। इसके लिए मै आपका आभार व्यक्त करता हूं। यह अनुपूरक बजट जो लगभग 28700 करोड़ रुपये का है, यह उस समय आया है जब मूल बजट का 34.76 प्रतिशत अभी खर्च नहीं हुआ है। हम लोग यहां केवल आलोचना करने के लिए नहीं आते हैं। हम लोग अपने क्षेत्र में जाकर लोगों की पीड़ाओं देखते है और उसको यहां पर रखने का काम करते है, क्योंकि 5 साल बाद मुझे भी और आपको भी जनता को जवाब देना है।

विधायक पंकज मलिक ने कहा कि हम धन्यवाद करते, अगर आज मेरठ मण्डल के किसान का भुगतान हो गया होता। आप 400 करोड़ की बात कर रहे है इसकी आप जांच करा लीजिएगा। लगभग 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान आज भी बकाया है। हम आपको धन्यवाद करते, आभार व्यक्त करते, आपको फूल भेंट करते अगर शामली में 210 करोड़ रुपये, ऊन में 50 करोड़ रुपये, दया शुगर तथा सहारनपुर में 12 करोड़ मोदीनगर में 60 करोड़ रुपये, मलकपुर में 190 करोड़ रुपये, सम्भावली में 80 करोड़ रुपये का भुगतान हो गया होता। अगर गन्ने का भुगतान आज महंगाई के दौर में मूल्य बढ़ाकर के किया जाता, तो और आभार व्यक्त करते।

विधायक पंकज मलिक ने कहा कि मान्यवर, हम लोग केवल आलोचना नही करना चाहते, आपने कहा कि हमने शिक्षा के क्षेत्र में इतना पैसा खर्च किया। आप उन शिक्षा के विद्यालयों को जाकर के देख लीजिएगा, वह शिक्षा का मंदिर होता है। मेरे क्षेत्र में गढ़ी गांव में आज भी स्थिति है कि गरीब का बच्चा जब वहां पर पढ़ने जाता है तो पता नहीं कब लेंटर गिर जाए, मैंने उस गांव के लिए काम करने का प्रयास किया, उस विद्यालय के लिए काम करने का प्रयास किया, बार-बार पत्राचार किया। लेकिन वहां कोई समाधान नहीं हो पाया। आप विद्यालय की बात करते है बहुत सारे बच्चे हमारे इस नए युग में शिक्षा से वंचित रह जाते है, आप सीट बढ़ाइये, युनिवर्सिटी से बात कीजिए, आप लोग सीट क्यों नहीं बढ़ाते है। आज हर विभाग में बच्चे ऐसे है, जिनके साल खराब होते है, ऑनलाइन सिस्टम में वह अप्लाई करते है, आवेदन करते है। लेकिन उनका दाखिला नहीं हो पाता।

विधायक पंकज मलिक ने कहा कि आप धन्यवाद की बात करतें है, हम धन्यवाद देते अगर आज पश्चिम उत्तर प्रदेश का तथा पूरे उत्तर प्रदेश का खिलाड़ी परिपक्व हो जाता अगर उसे ट्रेनिंग मिलती। हर गांव में, हर ब्लॉक में, हर जिले में, एक राष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम होता। हमारे क्षेत्र के बच्चे बहुत काबिल है, पढ़ाई में भी काबिल है, खेल में भी काबिल है, पूरे पश्चिम उत्तर प्रदेश में कोई ऐसा बड़ा स्टेडियम नहीं जहां उन्हें पूर्ण रूप से ट्रेन्ड किया जा सके। आप रोजगार की बात करते है, आप आई०टी०आई० के विद्यालयों को परमिशन दे रहे है, अरे साहब आप विद्यालयों की परमिशन दे रहे है, बच्चे वहां पढ़ते है, आई०टी०आई० पास करते है, लेकिन अप्रेंटिस के लिए दर-दर की ठोकर खाते फिरते है। अप्रेंटिस की कोई व्यवस्था वहां पर नहीं है। मान्यवर, मै अनुरोध करना चाहूंगा आपके माध्यम से और यह सही सुझाव है, जितने भी बच्चे आई०टी०आई० में दाखिला लेते है, उन्हें ट्रेन्ड करने के लिए अप्रेंटिस की व्यवस्था होनी चाहिए, उसके लिए एक अलग से पैसे का इंतजाम किया जाए, जिससे गरीब का बच्चा अपने पैरों पर खड़ा हो सके।

विधायक पंकज मलिक ने कहा कि आज भी मुजफ्फरनगर में अभी कुछ समय तक सफाई कर्मचारीयों के आंसू पोछने के लिए कोई नहीं गया, वह लोग अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठे थे। मान्यवर, मैं एक दिन अपने क्षेत्र में था, हमारे यहां पर एक देवबंद साख नहर है, राजवाहा है, उसकी आज तक खुदाई नहीं हुई, सफाई नहीं हुई, आप किस विकास की बात करते है। उम्मीद करते है कि किसान का बच्चा खुश रहेगा, गरीब का बच्चा खुश रहेगा, पानी के और जो सिचाई के साधन है उनकी व्यवस्था हो नहीं पाती है। मान्यवर, अभी बिजली की बात कर रहे थे, आप जाकर के देख लीजिएगा बिजली की सुविधाएं तो कहीं पर है नहीं हां लूट है, लूट के नाम पर घर में घुस जाते हैं। अभी एक मुजफ्फरनगर का प्रकरण है, बिजली वाले घर में जाकर घुस गए महिलाओं के साथ बदतमीजी की, उसकी उल्टी रिपोर्ट करा दी गयी। मान्यवर, इस तरह की व्यवस्था होगी। किसान का भुगतान होता नहीं, किसान के नाम पर लुटाई की जाती है, पहले सोसायटी में खाद मिलता था, बीज मिलता था, अब खाद मिल देने लगी है और पैसा सोसाइटी देती है, लुटाई करने का काम हो रहा है। अभी शामली का किसान भूखा प्यासा लम्बे समय तक धरने पर बैठा रहा, किसी ने उनके आंसू नहीं पोछें, उसने भी वोट दिया होगा। कुछ ने पक्ष को वोट दिया होगा, तो कुछ ने विपक्ष को दिया होगा।

विधायक पंकज मलिक ने कहा कि मान्यवर, मेरा एक सुझाव है। एक फण्ड बनाकर किसान का भुगतान तय किया जाए, जो किसान मेहनत करता है, अन्न पैदा करता है और उसी किसान का बेटा सीमा पर प्रहरी बनकर इस देश के और प्रदेश के नागरिकों की सुरक्षा करने का काम करता है। आज वह किसान खून के आंसू रो रहा है। मान्यवर, मैं आपसे अनुरोध करना चाहूंगा कि अगर ये सारी बातें जोड़ दें, तो हम धन्यवाद देंगे, नहीं तो धन्यवाद का कोई काम इसमें नहीं है। ये अपराध रोकने की बात करते है। मैंने साइबर क्राइम का मुद्दा उठाया था। आपने जवाब दिया था उस समय के साइबर क्राइम को रोकने के लिए हम तरह-तरह के उपकरण लाएंगे। आज तक कोई नया उपकरण नहीं आया। जिस तरह से हर जिले में पुलिस चौकी है, उसी तरह साइबर अपराध को रोकने के लिए चौकी होनी चाहिए। यहाँ सदन के जितने सदस्य बैठे है, सब लोगों ने कहीं न कहीं साइबर अपराध देखा होगा या कहीं न कहीं उससे ग्रसित हुए होंगे। मान्यवर, इस तरह की कोई कार्यवाही नहीं हुई है। हमारी बहुत सारी बेटियां और महिलाएं भी इसकी शिकार हुई है। विधायक पंकज मलिक ने कहा कि मान्यवर, आपके माध्यम से कहना चाहूंगा कि साइबर अपराध को रोकने के लिए पुख्ता कदम उठाया जाना चाहिए।

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