दिल्ली अध्यादेश पर मायावती ऐसे झटका देगी केजरीवाल को
नई दिल्ली। दिल्ली में शासन व्यवस्था से जुड़े अध्यादेश पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को झटका देने का बसपा मुखिया मायावती ने इरादा बनाया है। दिल्ली में शासन व्यवस्था से जुड़े अध्यादेश पर लोकसभा एवं राज्यसभा में चर्चा एवं वोटिंग के दौरान जबरदस्त ध्रुवीकरण होने की तैयारी के अंतर्गत बहुजन समाज पार्टी दूर रहेगी। इससे निश्चित रूप से बीजेपी को फायदा मिलेगा।
दिल्ली में शासन व्यवस्था से जुड़े अध्यादेश पर लोकसभा और राज्यसभा में होने वाली चर्चा एवं वोटिंग को लेकर मायावती की पार्टी बसपा का इरादा अरविंद केजरीवाल को झटका देने वाला नजर आया है। अरविंद केजरीवाल लगातार गैर भाजपा दलों से समर्थन की अपील कर रहे हैं परंतु उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी ने फैसला लिया है कि वह दिल्ली में शासन व्यवस्था को लेकर आने वाले अध्यादेश पर वोटिंग और चर्चा के समय दूर रहेगी।
आम आदमी पाटी और अरविंद केजरीवाल के लिये महत्वपूर्ण दिल्ली शासन अध्यादेश पर बहुजन समाज पार्टी ने इस मामले में किसी का भी पक्ष नहीं लेने की बात कही है। परंतु मायावती के इस रुख से अप्रत्यक्ष रूप से अरविंद केजरीवाल को झटका देने की प्लानिंग की गई है। मायावती का यह फैसला भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए को राहत पहुंचाने वाला है क्योंकि सरकार इसी मानसून सत्र में 31 विधेयकों को लोकसभा एवं राज्यसभा में पेश करने की तैयारी में है जिनमें पहले नंबर पर दिल्ली में शासन व्यवस्था वाले अध्यादेश को रखा गया है। जब लोकसभा एवं राज्यसभा में दिल्ली में शासन व्यवस्था का बिल पेश किया जाएगा तो बहुजन समाज पार्टी के लोकसभा में 9 और राज्यसभा का एक सदस्य अनुपस्थित रहेगा।