सिद्धारमैया की ताजपोशी में मायावती को न्यौता नही- नजरअंदाजी पर हलचल
नई दिल्ली। विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव में जीत हासिल करने वाली कांग्रेस की ओर से कर्नाटक के मुख्यमंत्री की ताजपोशी कार्यक्रम में बहुजन समाज पार्टी की चीफ मायावती को बुलावा नहीं भेजे जाने से राजनैतिक हलकों में किंतु परंतु शुरू हो गई है। राजनीति के जानकार अब अपने अपने अनुमान से मायावती की नजर अंदाजी को लेकर नए समीकरण भिडाते दिख रहे हैं।
दरअसल कर्नाटक में विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करते हुए पर्याप्त बहुमत प्राप्त करने वाली कांग्रेस ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया एवं डिप्टी चीफ मिनिस्टर डीके शिवकुमार की ताजपोशी कार्यक्रम के लिए यूपीए के लगभग सभी दलों को आयोजन में शामिल होने का निमंत्रण भेजा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव को भी कर्नाटक के सीएम और डिप्टी सीएम के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा गया है।
लेकिन कभी उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार बनाते हुए देश की सत्ता पर काबिज होने के सपने देखने वाली बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को सीएम और डिप्टी सीएम के शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण नहीं भेजा गया है। कांग्रेस की ओर से बसपा को नजरअंदाज किए जाने से अब राज्य में नए समीकरण के संकेत मिल रहे हैं। सियासी हलकों में इस नजरअंदाजी को लेकर अब जमकर कयास लगाए जा रहे हैं। अपने अपने तरीके से सियासी जोड़-तोड़ में माहिर लोग मायावती की नजर अंदाजी के अलग-अलग अनुमान लगा रहे हैं।