किसान का हक डकार रहे माफिया, कोई सुनने वाला नहीं: टिकैत
ललितपुर। उत्तर प्रदेश के ललितपुर में मृतक किसानों के परिजनों से मिलने दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत यहां आये भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा कि बुंदेलखंड के किसानों की कोई सुनने वाला नहीं है माफिया उनका हक डकार रहे हैं और यहां का किसान आत्महत्या को मजबूर है।
अपनी यात्रा के दूसरे दिन आज किसान नेता ने तहसील पाली अंतर्गत ग्राम बनयाना में मृतक महेश बुनकर, तहसील ललितपुर अंतर्गत ग्राम मसौराखुर्द में रघुवीर पटेल व ग्राम मैलवाराखुर्द में सोनी अहिरवार के परिजनों से मिलकर शोक संतप्त परिवार का हाल जाना। मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि बुंदेलखंड के हालात बहुत खराब हैं। यहां का युवा दिल्ली और सूरत जाकर मजदूरी करने को मजबूर है। खाद की खुलेआम यहां कालाबाजारी हो रही है। बड़ा व्यापारी किसानों से सस्ते दामों पर माल खरीदकर समर्थन मूल्य पर बेचता है।
उन्होंने अपने किसान आन्दोलन की आगामी रणनीति बताते हुए कहा कि सरकार को 26 नवम्बर तक का समय देते हुए चेताया गया है। उसके बाद 27 नवम्बर से किसान गांवों से ट्रैक्टर भरकर दिल्ली के चारों तरफ आन्दोलन स्थलों के बॉर्डर पर पहुंचेंगे और किलेबन्दी के साथ आन्दोलन स्थल पर तम्बुओं को मजबूत करेंगे।
इसके उपरान्त वह जिलाधिकारी आलोक सिंह से मिलने पहुॅचे व उन्होंने किसानों की विद्युत, पानी आदि समस्याओं को उनके समक्ष रखा व उनका शीघ्र निराकरण करने को कहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने बुन्देलखंड ऑर्गेनिक बोर्ड की स्थापना तत्काल प्रभाव से करने को कहा, ताकि किसानों की समस्याओं का तत्काल निराकरण हो सके। इस पर जिलाधिकारी ने किसानों सभी समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया।
वार्ता