खतौली उपचुनाव-सीएम को देख निर्दलीय ताल ठोक रहे कैंडिडेट भी हुए भगवाई
खतौली। जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में निर्दलीय ताल ठोक रहे उम्मीदवारों के ऊपर भी सीएम योगी आदित्यनाथ का ऐसा असर हुआ कि वह चुनाव मैदान छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए। सीएम की जनसभा में निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव मैदान से हटते हुए भाजपा के समर्थन का ऐलान कर दिया।
बुधवार को खतौली के नवीन मंडी स्थल पर आयोजित की गई चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब मंच पर पहुंचे तो खतौली विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में निर्दलीय ताल ठोक रही गांव कवाल में हुए बवाल में मारे गए गौरव मलिक की मां सुरेशवती और गांव चिंदौड़ा के प्रधान रह चुके प्रदीप ठाकुर ने बीजेपी प्रत्याशी राजकुमारी सैनी के समर्थन का ऐलान किया।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 के दौरान जानसठ कोतवाली क्षेत्र के गांव कवाल में हुए दंगे के दौरान गौरव मलिक की दिनदहाड़े गांव के चौराहे पर हत्या कर दी गई थी।
जब खतौली सीट पर राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से उपचुनाव कराने की अधिसूचना जारी की गई तो गौरव मलिक के पिता ने जिला मुख्यालय पर बाकायदा प्रेस वार्ता करते हुए अपनी पत्नी सुरेश वती को उप चुनाव लड़ाने का ऐलान किया था।
दिवंगत गौरव मलिक के पिता द्वारा बीजेपी और योगी सरकार के ऊपर गंभीर आरोप लगाए गए थे। उन्होंने कहा था कि वर्ष 2017 से पहले बीजेपी नेताओं ने जो वादे उनसे किए थे उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया है। वह हिंदू और मुस्लिम के बीच भाईचारा बनाने का ऐलान करते हुए चुनाव मैदान में उतरे थे।
माना जा रहा है कि निर्दलीय प्रत्याशी सुरेश वती और प्रदीप ठाकुर के चुनाव मैदान में रहते बीजेपी को नुकसान हो रहा था, जिसके चलते बीजेपी के प्रबंधन ने डैमेज कंट्रोल के लिए इनसे संपर्क साधा और इनका समर्थन हासिल करने में कामयाब हो गए।