इस शहर में भी उपचुनाव के लिए चुनावी सरगर्मियां शुरु

इस शहर में भी उपचुनाव के लिए चुनावी सरगर्मियां शुरु

जयपुर, राजस्थान में चुरु जिले के सरदारशहर विधानसभा क्षेत्र में आगामी पांच दिसम्बर को उपचुनाव कराने की घोषणा के बाद चुनावी सरगर्मियां शुरु हो गई हैं और अगले वर्ष विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उपचुनाव की घोषणा के बाद सत्तारुढ़ कांग्रेस, विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित अन्य दल इसे लेकर सक्रिय हो गए हैं। हालांकि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दोनों प्रमुख दल पहले से ही चुनाव को लेकर तैयारियां शुरु कर चुके हैं और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस उपचुनाव के लिए पूरी तरह तैयार बताते हुए इसमें कांग्रेस के जीतने का दावा भी किया है। उधर राष्ट्रीय लोकतांत्रितक पार्टी (रालोपा) के संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने चुरु में मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी पूरे जोरशोर से यह चुनाव लड़ेगी।

प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के चार वर्ष में अब तक सात विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव हो चुके हैं और यह आठवें क्षेत्र सरदारशहर में आगामी पांच दिसम्बर को उपचुनाव होने जा रहा है जिस पर आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी की निगाहे टिकी हुई है। हालांकि पिछले चार साल में हुए सात विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में सत्तारुढ़ कांग्रेस ने पांच जगहों पर सुजानगढ़, सहाड़ा, वल्लभनगर, मंडावा एवं धरियावद में जीत दर्ज करके यह साबित कर दिया था कि राज्य में कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है। जबकि इन उपचुनावों में प्रदेश का मुख्य विपक्ष भाजपा केवल राजसमंद उपचुनाव ही जीत सकी। प्रदेश में तीसरे विकल्प के रुप में उभरने का प्रयास कर रही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) ने अपने गढ़ नागौर जिले के खींवसर में अपना दबदबा बरकरार रखते हुए उपचुनाव जीता। अब सरदारशहर सीट पर उपचुनाव आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण हो गया है और जहां कांग्रेस, भाजपा, रालोपा इस उपचुनाव में पूरा दमखम दिखायेंगे वहीं पंजाब में सरकार बनने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) भी राजस्थान में अपनी जमीन तलाशना शुरु कर दिया है, ऐसे में यह उपचुनाव के काफी दिलचस्प होने की उम्मीद है।

कांग्रेस ने पिछले उपचुनाव में कई जगहों पर अपनी पार्टी के रहे विधायक के परिजनों को टिकट दिया और उन्हें सहानुभूति लहर का फायदा भी मिला और आगामी उपचुनाव में भी सरदारशहर से कांग्रेस पूर्व विधायक भंवर लाल शर्मा के पुत्र अनिल शर्मा को चुनाव मैदान में उतारकर सहानुभूति कार्ड खेल सकती है वहीं भाजपा पिछले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे अशोक कुमार सहित अन्य किसी मजबूत उम्मीदवार को कांग्रेस के सामने उतारने का प्रयास करेगी। उधर रालोपा नागौर जिले के बाद चुरु जिले में भी अपने पैर जमाने लगी हैं और सुजानगढ़ में हुए पिछले उपचुनाव में उसके उम्मीदवार सीताराम नायक तीसरे नम्बर पर रहे थे और इस बार सरदारशहर उपचुनाव में भी अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारेगी। उल्लेखनीय है कि सरदारशहर विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 1952 से अब तक हुए विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक नौ बार कांग्रेस जीती हैं जबकि भाजपा दो बार एवं जनता दल, जनता पार्टी, लोक दल एवं निर्दलीय उम्मीदवार एक-एक बार जीत हासिल की। पिछले दिनों भंवरलाल शर्मा के निधन से यह सीट खाली हुई हैं।

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