बाप बेटे की नहीं चलेगी- कांगेसियों में खूब हुई जूतमपैजार
करनाल। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जिला स्तरीय बैठक में लात घूंसे चल जाने से हालात ऐसे हो गए कि बैठक स्थल जंग का मैदान हो गया। काफी देर तक चले हंगामा के बाद आला नेताओं ने किसी तरह से हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को शांत किया। इसके बाद हुडडा गुट के लोग मीटिंग में चले गए जबकि सुरजेवाला ग्रुप के लोग बाहर खड़े होकर नारेबाजी करते रहे। मंगलवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोऑर्डिनेटर योगराज भदोरिया, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोऑर्डिनेटर जरनैल सिंह एवं एस एल शर्मा पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के लिए पहुंचे थे।
बैठक में शामिल होने के लिए जिले भर के सभी गुटों के कांग्रेस नेता पहुंचे थे। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सेलजा एवं रणदीप सुरजेवाला के अलावा अन्य गुटों के कांग्रेस नेता भी पहुंचे थे। सुरजेवाला गुट के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैठक स्थल पर पहुंचते ही नारेबाजी का सिलसिला शुरू कर दिया और उन्होंने ऑब्जार्वर वापस जाओ के नारे लगाते हुए आरोप लगाया कि उन्हें पार्टी मीटिंग की जानकारी नहीं दी गई थी।
कार्यकर्ताओं ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि वह पार्टी के भीतर बाप बेटे की कतई नहीं चलने देंगे। नारेबाजी के दौरान हुड्डा ग्रुप के पूर्व विधायक राकेश कंबोज ने जब इसका विरोध किया तो दोनों पक्षों के बीच कहा सुनी हो गई और देखते ही देखते दोनों पक्ष एक दूसरे के ऊपर लात घूंसे बरसाने लगे। तकरीबन 20 मिनट तक दोनों पक्षों के बीच जंग का नजारा देखने को मिला। बाद में बड़े नेताओं ने हस्तक्षेप करते हुए दोनों पक्षों को शांत कराया।