सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में किसान फिर से करेंगे आंदोलन: चढूनी

सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में किसान फिर से करेंगे आंदोलन: चढूनी

चंडीगढ़। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने आज कहा कि 'सरकार की वादाखिलाफी' के विरोध में किसान फिर से आंदोलन करेंगे। चढ़ूनी नेे चंडीगढ़ प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता में आरोेप लगाया कि दिल्ली में 13 महीने 13 दिन चले किसान आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार ने लिखित में हुए समझौते के अनुसार सभी प्रकार के मामले वापस लेने की किसानों की शर्त को माना था लेकिन लगभग एक साल का समय बीत जाने पर भी अभी तक रेलवे के मामले वापिस नहीं किए गए।

उन्होंने कहा कि मीडिया प्रभारी राकेश कुमार बैंस के जरिए मांगी सूचना में रेलवे विभाग ने बताया कि हरियाणा में किसान आंदोलन के दौरान 12 केस दर्ज किए गए थे लेकिन इस मामलों को वापस लेने का कोई भी आदेश विभाग को नहीं मिला है, जबकि आंदोलन के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल से समझौता वार्ता में भी सभी मामले वापिस लेने की बात कही गयी थी। किसान नेता ने कहा कि 24 नवम्बर को मोहड़ा की अनाज मंडी, जहां से तीन काले कानून वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलन की शुरुआत हुई थी, में किसानों का बड़ा जनसमूह होगा। उन्होंने कहा कि इसी तरह न्यूनतम समर्थन मूल्य पर केंद्र सरकार की बनाई गई कमेटी किसानों को मंजूर नहीं क्योंकि जिन किसानों को सदस्य बनाया गया है, उनका आंदोलन से कोई वास्ता न था और वह लोग पहले से ही तीनों कानूनों के समर्थन में थे।

चढ़ूनी ने कहा कि उनका संगठन यह भी मांग करता है कि किसानों का कर्ज माफ किया जाए। इसके साथ-साथ उन्होंने हरियाणा और पंजाब की सरकारों की तरफ से हाल में भूमि कानूनों में संशोधन कर शामलात जमीनों से किसानों के मालिकाना हक वापस लेकन पंचायती जमीन करार देने के फैैसले के विरोध में विरोध प्रदर्शन करने की भी घोषणा की।

वार्ता

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