किसान आंदोलन-पुलिस के कही धक्का मुक्की, कही हुक्का गुडगुडा रहे किसान
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे 40 किसान संगठनों के शीर्ष नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज देशभर में किसानों द्वारा रेलों का चक्का जाम किया जा रहा है। दिल्ली और अंबाला से बिहार की राजधानी पटना तक किसानों के रेल रोको आंदोलन का असर दिखाई देना शुरू हो गया है। पटना में जहां आंदोलनकारी किसानों द्वारा रेलगाडियां रोकी गईं हैं, वहीं दिल्ली में कई मेट्रो स्टेशनों को एहतियातन बंद किया गया है। माना जा रहा है कि किसानों के रेल रोको आंदोलन का सबसे ज्यादा असर दिल्ली-जम्मू, दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-हावडा और दिल्ली-भोपाल रूट पर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। उधर रेल मंत्रालय की ओर से अलर्ट जारी करते हुए सुरक्षा के मद्देनजर आरपीएफ और जीआरपी के जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और सुरक्षा बरतते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन करते हुए रेलगाडियों को रोकने के लिए निकले किसानों ने हरियाणा के अंबाला में रेल पटरियों पर बिस्तर रखा है। बुजुर्ग से बच्चे तक धरना देते हुए रेलगाडी की पटरियों पर बैठे हुए हैं।
ओडिशा के पुरी से चलकर उत्तराखंड की देवनगरी हरिद्वार जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस को किसानों द्वारा गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर रोका गया है। किसानों ने मोदीनगर में पटरियों पर अपना कब्जा जमाते हुए रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है। हरियाणा के सोनीपत में भी बड़ी संख्या में किसान रेल पटरियों पर कब्जा जमाकर बैठ गये हैं और रेलगाडियों की आवाजाही रोक दी गई है। पटरियों पर जमे हुए कई किसान आराम से चीलम को ताजा कर हुक्का गुड-गुडा रहे है। कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान बरेली में जगह-जगह रेलगाडियां रोकने के लिए जमा है। सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में जमा हुए किसानों ने पुलिस की सख्ती को लेकर हंगामा भी कर दिया। आरोप है हंगामा कर रहे किसानों द्वारा इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ जमकर धक्का-मुक्की भी की गई। हालांकि, पुलिस की सक्रियता के चलते कोई किसान रेल पटरी तक नहीं पहुंच पाया।
भाकियू की ओर से रेल रोको आंदोलन के तहत कानपुर में जिला प्रशासन ने सुबह से ही किसानों की धर पकड़ शुरू कर दी। रुरा पुलिस ने भाकियू के मंडल अध्यक्ष सहित आठ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया, वहीं सरवनखेड़ा ब्लाक अध्यक्ष के भाऊपुर पहुंच कर रेल ट्रैक जाम करने की बात पर उन्हें जबरिया उठाकर ले जाया गया।