पहले तक बूंद बूंद पानी को मोहताज- अब पानी की नहीं कमी- CM योगी
बांदा। पूर्ववर्ती सरकारों पर परोक्ष रूप से बुंदेलखंड की उपेक्षा का आरोप लगाते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि छह साल पहले तक बूंद बूंद पानी को मोहताज बुंदेलखंड में आज हर घर नल की योजना से हर घर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है।
कालिंजर महोत्सव के शुभारंभ के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास की धुरी से जोड़ने के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का निर्माण किया गया, जिसने दिल्ली और लखनऊ की दूरी कम कर दी। चित्रकूट से अब महज साढ़े पांच घंटे में दिल्ली का रास्ता तय किया जा सकेगा। चित्रकूट में एयरपोर्ट बनने जा रहा है। वहीं जहां पर बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे समाप्त हो रहा है वहां से चित्रकूट तक डिफेंस कॉरिडोर की कार्यवाही चल रही है, जहां पर बनीं तोपें जब गरजेंगी तो पाकिस्तान अपने आप ही गायब हो जाएगा।
उन्होने कहा “ बुंदेलखंड पानी के लिए तरसता था, यहां की माताओं-बहनों को पांच मील दूर जाकर पेयजल लाना पड़ता था, लेकिन अब हर घर नल की योजना से हर घर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करके यहां की माताओं बहनों का सम्मान किया गया है। क्या यह काम पहले नहीं हो सकता था, लेकिन परिवार और जातिवादी लोग इस सोच के साथ कार्य नहीं कर सकते थे। इनके लिए अपना परिवार ही सब कुछ था, इनको बुंदेलखंड, प्रदेश, गरीब, गांव, किसान, महिलाओं और युवाओं से कोई मतलब नहीं था। अब बुंदेलखंड में पानी की कमी नहीं होगी, यह तो धरती का स्वर्ग बनने जा रहा है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसी श्रृंखला में यहां सैकड़ों परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास का कार्यक्रम संपन्न हुआ है। इतनी परियोजनाएं आपके बीच में आ रही हैं कि अब विकास के मामले में बुंदेलखंड पीछे नहीं रहेगा। पिछले सप्ताह लखनऊ में जीआईएस-23 में उद्योग लगाने के लिए 35 लाख करोड़ के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं इतने प्रस्ताव देश के किसी भी राज्य में प्राप्त नहीं हुए हैं। वहीं बुंदेलखंड के लिए लगभग साढ़े चार लाख करोड़ के प्रस्ताव आये हैं। ऐसे में बड़े पैमाने में उद्योगों के लगने से यहां के नौजवानों को नौकरी के लिए देश के विभिन्न राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा।
उन्होने कहा कि किसानों को उनकी फसल का अच्छा दाम मिलेगा। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना में शामिल सजल पत्थर बांदा की पहचान है और कठिया गेहूं तो यहां की पहचान है इसका अच्छा दाम भी मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 88,457 ग्रामीण आवास दिये गये, जिसमें अकेले बांदा और अन्य कस्बे को 13,171 आवास दिये गये। यही नहीं कोल, सहरिया या जो वंचित परिवार हैं, ऐसे लोग जिनका नाम प्रधानमंत्री आवास की सूची में नहीं आ पाया था, ऐसे 634 परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत आवास वितरित किये गए। करीब एक लाख से अधिक इन गरीबों को आवास की सुविधा प्राप्त हुई।
वार्ता