डॉ अयूब भी अब NDA की शरण में- पीस पार्टी का होगा गठबंधन
लखनऊ। केंद्र और उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपने पैर जमाने के लिए पिछले काफी दिनों से कवायद कर रहे पीस पार्टी के मुखिया डॉक्टर अयूब भी अब एनडीए की शरण में जाकर लोकसभा में दस्तक देने की तैयारी कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले अपने रूख में बदलाव दिखाते हुए डॉक्टर अयूब ने कहा है कि उनकी पार्टी का कोई दुश्मन नहीं है, वह किसी भी दल के साथ अपना हाथ मिलाने के लिए तैयार हैं।
पीस पार्टी के प्रमुख डॉक्टर अयूब ने लोकसभा चुनाव से पहले अपने रूख में बदलाव दिखाते हुए कहा है कि उनकी पार्टी का कोई भी राजनीतिक दल दुश्मन नहीं है, इसलिए वह किसी भी दल के साथ अपना हाथ मिलाने के तैयार है।
उनका इशारा है कि मौका मिलेगा तो वह एनडीए के साथ गठबंधन करने से जरा भी नहीं पीछे हटेंगे। डॉक्टर अयूब का यह बयान सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में यह बात जोर पकड़ रही है कि डॉक्टर अयूब कभी भी पीस पार्टी का एनडीए के साथ गठबंधन कर सकते हैं।
पीस पार्टी मुखिया के इस नए रुख को लेकर हैरान हुए लोगों का कहना है कि अभी तक डॉक्टर अयूब और भारतीय जनता पार्टी के बीच दूरियां ही दूरियां देखी गई है, लेकिन जिस तरह से पीस पार्टी अभी तक उत्तर प्रदेश में अपनी जमीन नहीं तलाश पाई है उसके चलते एनडीए के साथ गठबंधन करते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश और केंद्र में राजनीतिक जमीन हाथ लग सकती है। करीब 1 साल पहले दिए बयान में डॉक्टर अयूब ने भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन को मुसलमान का दुश्मन बताया था।
उल्लेखनीय है कि पीस पार्टी के मुखिया डॉक्टर अयूब की पसमांदा मुसलमान के बीच उत्तर प्रदेश में पकड़ बताई जाती है। वर्ष 2008 में पीस पार्टी का गठन करने वाले डॉक्टर अयूब ने वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 20 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर उन्हें इलेक्शन लड़ाया था। लेकिन सभी सीटों पर उनके उम्मीदवारों को पराजय हाथ लगी थी, क्योंकि पीस पार्टी के उम्मीदवार तकरीबन एक प्रतिशत वोट ही हासिल कर पाए थे।