असन्तुष्ट मंत्री ने विभाग के दायित्व से मुख्यमंत्री को सौंपा इस्तीफा
रायपुर। लम्बे समय से असन्तुष्ट माने जाने वाले छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं वाणिज्यक कर मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने केवल पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के दायित्व से आज इस्तीफा दे दिया।
मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आज पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के दायित्व से इस्तीफे के आज भेजे पत्र में कहा हैं कि उनके कई बार अनुरोध के बावजूद प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए धनराशि का आवंटन नही किया गया जिससे आठ लाख लोगो के लिए आवास नही बनाए जा सकें। पार्टी के जनघोषणा पत्र में लोगो को आवास उपलब्ध करवाने का प्रमुखता से वादा किया गया था,जबकि वर्तमान सरकार के अब तक के कार्यकाल में एक भी आवास नही बनाया जा सका।
उऩ्होने पत्र में कहा है कि किसी विभाग में विवेकाधीन कार्यों की स्वीकृति का अधिकार भारसाधक मंत्री का होता है,लेकिन मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के अंतर्गत कार्यों की अन्तिम स्वीकृति हेतु नियमों के विपरीत मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सचिवों की एक समिति गठित की गई।मंत्री के अनुमोदन के बाद इस तरह का निर्णय प्रोटोकाल के विपरीत और अनुचित है।समय समय पर लिखित आपत्ति के बाद भी इसमें सुधार नही हुआ फलस्वरूप 500 करोड़ रूपए से ज्यादा की राशि का उपयोग मंत्री, विधायक एवं जनप्रतिनिधियों के सुझावों के अनुसार नही हो सका।
मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने अपने पत्र में कहा कि पेसा अधिनियम के नियम को दो वर्षों तक आदिवासियों के बीच में जाकर मेहनत कर तैयार किया गया था,किन्तु विभाग द्वारा जो प्रारूप कैबिनेट कमेटी को भेजा गया था उसमें जल ,जंगल एवं जमीन से सम्बधित महत्वपूर्ण बिन्दुओं को बदल दिया गया और भारसाधक मंत्री को विश्वास में नही लिया गया।उन्होने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियो के पूर्ण अधिकार को लागू करने के वादे का भी कई बार चर्चा के बाद कोई साकारात्मक हल नही निकला।
उन्होने पत्र में रोजगार सहायकों के वेतन में वृद्दि करने के पंचायत विभाग के प्रस्ताव को वित्त विभआग द्वारा मंजूरी नही दिए जाने,रोजगार सहायकों की साजिश के तहत हड़ताल करवाए जाने,तथा उनकी बगैर सहमति के रोजगार सहायकों की हड़ताल करवाने वाले परियोजना अधिकारियों की पुनः उसी पद कल नियुक्ति कर दिए जाने का भी आरोप लगाया है।
फिलहाल अभी श्री सिंहदेव के पंचायत एवं ग्रामीण विभाग के दायित्व से भेजे इस्तीफे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल या सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नही आई है।राज्य के पार्टी प्रभारी एवं पूर्व सांसद पी.एल.पुनिया पिछले दो दिनों से रायपुर में ही है।उन्होने भी फिलहाल भी तक कोई टिप्पणी नही की है।
वहीं इस मसले पर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है।भाजपा उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने यहां जारी बयान में कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनाने में सिंहदेव के द्वारा तैयार घोषणा पत्र की अहम भूमिका रही।उन्होने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अपनी जिस पीड़ा का उल्लेख किया है वह इस सरकार को आईना दिखाने वाला है।उन्होने कहा कि अभी केवल सिंहदेव सामने आए है,आने वाले समय में महाराष्ट्र जैसी स्थिति यहां भी आने वाली है,जब मुख्यमंत्री अकेले रह जायेंगे।
वार्ता