बंपर वोटिंग-मतदाताओं में उत्साह-आरोप प्रत्यारोप
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 30 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है। इस चरण में 73 लाख से अधिक मतदाता 191 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक, शाम 4 बजे तक 70.17 फीसदी मतदान हुआ। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी और ममता बनर्जी ने लोगों से रिकॉर्ड मतदान की अपील की। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोगों से कोरोना वायरस से बचाव करते हुए मतदान करने की अपील की। इस बीच, बंगाल से हिंसक झड़पों की खबरें आना शुरू हो गई है। बंगाल में शनिवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण में अपराह्न दो बजे तक लगभग 54.90 फीसदी मतदान हुआ। चुनाव आयोग ने यह जानकारी दी।
एक चुनाव अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन क्षेत्र के कई मतदान केन्द्रों के बाहर मतदान शुरू होने से पहले लम्बी कतारें देखी गईं। तेज गर्मी के बावजूद मतदाता बढ़-चढ़कर मतदान कर रहे हैं। राज्य में इक्का-दुक्का हिंसा की घटनाओं को छोड़कर अन्य स्थानों पर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा है।
अधिकारी के अनुसार बांकुरा में 57.40 फीसदी मतदान हुआ है, जबकि झारग्राम में 59.23, पश्चिम मेदिनीपुर में 52.60, पूर्वी मेदिनीपुर में 57.75 ओर पुरुलिया में 51.42 फीसदी मतदान हुआ है। उन्होंने बताया कि अभी तक कमोवेश मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है, हालांकि कुछ क्षेत्रों से हिंसा की कुछ छिट-पुट घटनाएं सामने आई हैं।
तृणमूल कांग्रेस नेता माला रॉय और सुदीप बंधोपाध्याय के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल कोलकाता में मुख्य चुनाव अधिकारी से आज मिला और राज्य चुनाव में पहले चरण और अन्य मुद्दों पर चुनाव आयोग को उपलब्ध कराए गए आंकड़ों में विसंगतियों पर उंगली उठाई।
ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से मिलने के बाद कहा," आज हमने मुख्य चुनाव अधिकारी से मुलाकात की। पोलिंग एजेंटों को संबंधित इलाके का ही होना चाहिए, लेकिन भाजपा ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि पार्टी जिसको तय करेगी उसी व्यक्ति को एजेंट बनाना चाहिए। हम चुनाव आयोग से दूसरे चरण के चुनाव से इस नियम को बदलने का अनुरोध करते हैं।"
सुदीप बंधोपाध्याय ने कहा," भाजपा ने एक ज्ञापन सौंपकर कहा कि किसी को किसी भी बूथ पर एजेंट बनाने की अनुमति दी जानी चाहिए। यह नया नियम हमें स्वीकार्य नहीं है। हम मांग करते हैं कि अगले चरण के मतदान में एजेंट संबंधित पोलिंग बूथ का स्थानीय व्यक्ति ही होना चाहिए। "
उन्होंने कहा कि अब पहले चरण का मतदान समाप्त होने वाला है। हम बूथ एजेंटों के लिए स्थानीय लोगों को तैनात करने की मांग करते हैं, फिर सभी के लिए उन्हें पहचानना आसान होगा। मुख्य चुनाव अधिकारी ने हमें आश्वासन दिया है कि वह इस मामले को गंभीरता से लेंगे।