58 हजार महिलाओं को रोजगार देगी योगी सरकार
मुजफ्फरनगर। जब इस सदी की सबसे बड़ी महामारी को दुनिया झेल रही है तब इन बातों का ध्यान रखा जा रहा है कि हमें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ, सार्वजनिक स्थलों पर निकलना है या बातचीत करनी है तो हम फेसकवर व मास्क लगाकर ही इस कार्य को करें। इस दृष्टि से महिला स्वयंसेवी समूहों ने जो कार्य किया है, वह बहुत सराहनीय है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला स्वयंसेवी समूहों से जुड़ी सभी बहनों का हृदय से अभिनंदन किया है। इन सबको कोटि-कोटि बधाई व शुभकामनाएं भी दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के इस संकट के समय में देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनने वाले महिला स्वयं सहायता समूहों को आज एक साथ न केवल रिवाॅल्विंग फंड अपितु कम्युनिटी इंवेस्टमेंट फंड से ₹218 करोड़ 49 लाख की सहायता प्रदान की है। महिला स्वयंसेवी समूहों को यदि रिवाॅल्विंग फंड और कम्युनिटी इंवेस्टमेंट फंड समय पर उपलब्ध करवा दिए जाते हैं, तो बहुत बड़ा काम हो सकता है। और यह ग्रामीण स्वावलम्बन के आदर्श उदाहरण बन सकते है। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर काम करने वाले हमारे लोग चाहे वे कोरोना वाॅरियर्स हों, व्यापारी हों या आम लोग हों, सभी को फेस कवर व मास्क उपलब्ध कराने में महिला स्वयंसेवी समूहों ने बहुत मजबूती के साथ काम किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्हें थोड़ा बहुत मार्गदर्शन व सहयोग मिल जाए तो वह कुछ भी कर सकती हैं। हमारे कुछ महिला स्वयंसेवी समूह ऐसे भी हैं जिन्होंने PPE किट भी बनाए हैं। उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है और यह बताया है कि हमारे बीच एक बहुत बड़ी प्रतिभा महिला स्वयंसेवी समूहों के रूप में है। मैंने तमाम महिला स्वयंसेवी समूहों के साथ व प्रवासी कामगारों के साथ बातचीत की और यह अनुभव किया है कि उन्हें प्रोत्साहन की आवश्यकता है। इससे उनकी प्रतिभा का लाभ उत्तर प्रदेश को मिलेगा और हम उत्तर प्रदेश को देश और दुनिया के सामने अग्रणी स्थान पर ले आएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सब कुछ मौजूद है। अगर कोई टेलरिंग का काम करता है तो प्रदेश में हम लोग हर वर्ष 01 करोड़ 80 लाख बच्चों के लिए 3 करोड़ 60 लाख यूनिफाॅर्म बनाते हैं, हर बच्चे के लिए दो यूनिफाॅर्म बनाई जाती हैं। हर वर्ष 1 करोड़ 80 लाख स्वेटर बनाए जाते हैं। अगर इनकी बुनाई उत्तर प्रदेश में ही महिला स्वयंसेवी समूह द्वारा की जाने लगे या स्कूली बैग का निर्माण महिला स्वयंसेवी समूह करने लग जाएं तो हम बाहर से नहीं खरीदेंगे। इन्हीं से खरीदेंगे और इन्हीं को मुनाफा प्राप्त होगा। इससे मास्क बनाने का काम भी मिलेगा, लोगों की सुरक्षा भी होगी और इसके साथ ही हम समाज को भी सुरक्षित करने में सफल हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी लोग बाहर निकलते वक्त मास्क लगाएं। यदि मास्क नहीं लगाया होगा तो जुर्माना लगाया जाएगा। मास्क सस्ते में उपलब्ध हों, इसके लिए महिला स्वयंसेवी समूहों को कपड़ा हम देंगे व प्रत्येक मास्क का पैसा भी देंगे। आप भी प्रयास करें कि ₹10 में 2 मास्क बन जाएंगे।ऐसे ही यूनिफाॅर्म बनाने के काम में भी, हम लोग चाहते हैं कि यूनिफाॅर्म बनाने के बाद हम महिला स्वयंसेवी समूह की रैंकिंग भी करें। बाजार से इन्हें कपड़ा उपलब्ध कराकर हर साइज के कपड़े बनाने की व्यवस्था, उसकी पैकिंग करवाना और उसको यहां से विदेशों में भेजने की तैयारी करवाना। इनसे उत्तर प्रदेश एक ब्रांड बनेगा। यानी रेडीमेड गारमेंट्स का एक बहुत बड़ा हब हम प्रदेश में बना सकते हैं। इस प्रकार लोगों को अनेक प्रकार से कार्य मिल रहा है और मुनाफे के साथ ही हम समाज को कोरोना संक्रमण से बचाने में भी एक बड़ा कार्य कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब हम प्रदेश में एक नया कार्य 'बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट सखी' प्रारम्भ करने जा रहे हैं। महिला स्वयंसेवी समूहों से ही बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट सखी बनेंगी, वे जिस गांव में हैं वहीं पैसे का लेनदेन करवा देंगी। बैंक जाने की आवश्यकता सबको नहीं पड़ेगी। केवल बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट सखी का ही बैंक से सम्बंध रहेगा। यह सारा लेनदेन डिजिटल होगा। इसमें जो योग्य हों, जिनको जानकारी हो, उन लोगों का चयन ईमानदारी के साथ आवश्यक है। इसमें ₹4,000 महीने आगामी छः महीने तक उन्हें उपलब्ध कराए जाएंगे, साथ ही डिवाइस के लिए ₹50,000 उपलब्ध करवाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह बहुत बड़ा काम हो सकता है और हम इसके लिए आज 58 हजार बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट सखी की घोषणा कर रहे हैं और मैं चाहूंगा कि प्रशासन हर जगह इन 58 हजार बैंकिंग करेस्पाॅन्डेंट सखी को तत्काल तैनात करने की व्यवस्था करें। एक साथ 58 हजार बहनों को बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट सखी के रूप में रोजगार दे देंगे। मैं इसके लिए ग्राम्य विकास विभाग और बैंकों को भी बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। इसके बाद जब उनके साथ गांव के पैसे का लेनदेन करने वाले अकाउंटधारी जुड़ जाएंगे तो बैंक उन्हें कमीशन देना आरम्भ करेगा तो उनके लिए एक निश्चित आय बन जाएंगी। यह ग्रामीण स्वावलम्बन का एक आधार बनेगा। हमारी माताओं और बहनों को भी अब बैंकों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। अब बैंक उनके घर में जाएंगे। इससे बैंकों का कार्य भी हल्का होगा, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होगा और लोगों को इससे बहुत बड़ी मदद मिलेगी। स्वरोजगार से स्वावलंबन की ओर बढ़ते कदम... 31,938 स्वयं सहायता समूहों को ₹218.49 करोड़ रिवॉल्विंग फंड एवं सामुदायिक निवेश निधि का ऑनलाइन हस्तांतरण आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया है।