भाजपा ने सड़कों पर उतर कर नियमों का किया उल्लंघन
पणजी, कांग्रेस ने रविवार को कहा कि गोवा में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यहां की सड़कों पर 'दिग्विजय रथ' को उतारकर मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन किया है। कांग्रेस मीडिया सेल के अध्यक्ष अमरनाथ पंजीकर ने आज यहां जारी एक बयान में कहा, "महात्मा के अंतिम शब्द थे 'हे राम', हर भारतीय राम राज्य चाहता है। दुर्भाग्य से राम के नाम पर नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है।"
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, कैबिनेट मंत्रियों, पूर्व मुख्यमंत्रियों, वर्तमान और पूर्व विधायकों और अन्य भाजपा नेताओं ने शनिवार को गोवा पहुंची 'राम राज्य रथ यात्रा' का जोरदार स्वगत किया गया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने यह बात कही। पंजिकर ने मारुति मंदिर, डावोरलिम, मडगांव में खींची गई तस्वीर पर भी सवाल उठाया। इन तस्वीरों में मंत्री रवि नाइक, नीलेश कैबराल, विधायक दिगंबर कामत, उल्हास तुएनकर, एलेक्सो रेजिनाल्डो लौरेंको, पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रकांत उर्फ बाबू कावलेकर और अन्य भगवान हनुमान की ओर पीठ कर तस्वीर खिंचवा रहे है।
उन्होंने कहा, "भाजपा नेताओं द्वारा प्रसारित तस्वीर मारुति मंदिर, डावोरलिम-मडगांव की है। प्रचार के भूखे भाजपा नेता, जिनमें मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, विधायक और पूर्व विधायक शामिल हैं, राम राज्य रथ यात्रा के दौरान भगवान हनुमान की ओर पीठ किये हुए हैं। आप इससे बेहतर और क्या उम्मीद कर सकते हैं। भगवान को धोखा देने वालों से।"उन्होंने दावा किया, "हमारी संस्कृति और परंपरा मूर्ति के सामने भगवान के सामने बैठने की है। यह घृणित है कि भाजपा नेता राजनीतिक लाभ के लिए भगवान राम का उपयोग कर रहे हैं। वे नियमों का उल्लंघन करते हैं, सस्ते प्रचार के लिए भगवान का अपमान करते हैं। भाजपा नेताओं का कार्य निश्चित रूप से राम राज्य लाओ, नहीं रावण राज्य को बढ़ावा देगा।" उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव होते हैं, भाजपा ऐसी यात्राएं लेकर आती है। उन्होंने सवाल किया, "कुछ वर्ष पहले भाजपा के मार्गदर्शक मंडल सदस्य लाल कृष्ण आडवाणी ने रथ यात्रा निकाली थी। विश्व हिंदू परिषद जैसे भाजपा के अग्रणी संगठनों ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए लाखों ईंटें एकत्र की थीं। आज पत्थर और ग्रेनाइट से निर्माण हो रहा है। उन ईंटों का क्या हुआ।" उन्होंने परिवहन मंत्री मौविन गोडिन्हो से कहा वह बताये कि नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन को गोवा की सड़कों पर कैसे जाने दिया गया।