कोरोना से लड़ते लड़ते हार गए भाजपा नेता एंव मंत्री - हुआ निधन
पटना। बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री विनोद कुमार सिंह का हरियाणा में गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में आज सुबह निधन हो गया। वह 47 वर्ष के थे।
पारिवारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि इस वर्ष जून-जुलाई में कोरोना संक्रमित हुए मंत्री विनोद कुमार सिंह कुछ दिनों के इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर लौट गए थे। लेकिन पुन: बीमार पड़ने पर उन्हें पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनका ब्रेन हेमरेज हो गया। इसके बाद उन्हें गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान आज सुबह उनका निधन हो गया।
मंत्री विनोद कुमार सिंह ने वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर कटिहार जिले के प्राणपुर से जीत दर्ज की थी । उनकी लगातार खराब रही तबियत को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में मंत्री विनोद कुमार सिंह की पत्नी निशा सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है।
उल्लेखनीय है कि विधि विषय में स्नातक की डिग्री प्राप्त मंत्री विनोद कुमार सिंह मूल रूप से कटिहार जिले के मनसाही थाना क्षेत्र के बड़ी बथना गांव के रहने वाले थे। रामविलास सिंह के घर में उनका जन्म वर्ष 1973 में हुआ था। परिवार में चार भाई और दो बहन, पत्नी और दो पुत्री हैं। छात्र जीवन में मंत्री विनोद कुमार सिंह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से ही सक्रिय सदस्य रहे। उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कटिहार जिला अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद उन्हें किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष पद की जिम्मेवारी भी सौंपी गई थी।
मंत्री विनोद कुमार सिंह वर्ष 2000, 2010 और 2015 में तीन बार विधायक चुने गए। उन्होंने प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2000 में पहली बार भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा और पूर्व मंत्री महेन्द्र नारायण यादव को परास्त किया था। वर्ष 2005 के विधानसभा चुनाव में मंत्री विनोद कुमार सिंह को शिकस्त का सामना करना पड़ा। उन्होंने वर्ष 2015 के चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) उम्मीदवार इशरत परवीन को परास्त किया था। उन्हें नीतीश मंत्रिमंडल में खान एवं भूतत्व मंत्री बनाया गया। इसके बाद उन्हें पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री की जिम्मेवारी सौंपी गई थी।
वार्ता