भाजपा सरकार को युवाशक्ति बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं: अखिलेश
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सेना में भर्ती के नाम पर चार साल का धोखा देने वाली भाजपा सरकार के खिलाफ युवाशक्ति का एकजुट होना साबित करता हैं कि इनके सब्र का बांध टूट गया है और वह अब इसे बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं है।
(सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार को यह दिखाई नहीं दे रहा है कि देश के कई प्रदेशों में भड़की विरोध की ज्वाला युवा विरोधी सत्ता को भस्म कर देगी। पिछले कई सालों से सेना में भर्ती नहीं हो पाई है और जिनकी भर्ती हुई वे कोविड से प्रभावित हो गई। अब उन्हें निरस्त किया जा रहा है। इससे जो लोग पास हो चुके हैं, जिनका मेडिकल हो चुका है, उन्हें जीवन भर के लिए नौकरी मिलना था अब चार साल के लिए मिलेगी। फिर चार साल के बाद क्या होगा, यह घोर अन्याय है। अगर सरकार पक्की है तो युवाओं की नौकरी भी पक्की होनी चाहिए।
उन्होने कहा कि आज देश की स्थिति इतनी विकराल है कि सेना जैसी अति संवेदनशील जगह में संविदा पर सैनिक रखे जा रहे हैं। भाजपा वाले नौकरियां आउटसोर्स कर युवाओं का भविष्य बर्बाद कर देंगे। सपा का मानना है कि आउटसोर्सिंग का मतलब संविधान से दिया हक और सम्मान छीन लेना है। भाजपा सरकार पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने का सपना दिखाती है, वहीं युवाओं को, किसानों को देने के लिए सरकार का खजाना खाली है।
(सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल में सैनिक स्कूलों की स्थापना की थी। कई जिलों में सेना भर्ती कराई थी। ग्रामीण क्षेत्र के उनमें भी ज्यादातर किसानों के बेटे सेना में भर्ती होते हैं। भाजपा को गांव-गरीब और किसानों-नौजवानों के कल्याण में कोई रूचि नहीं है। अपनी जनविरोधी योजनाओं और नीतियों से भाजपा इनके हितों की अनदेखी करती है।
वार्ता