भाजपा सरकार किसानों के हमदर्द नहीं हैं, वोटों के हमदर्द हैं- प्रियंका
लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने सोशल मीडिया ट्वीटर एकाउंट पर ट्वीट करते हुए कहा कि लोकसभा में नये कृषि कानूनों की वापसी का बिल पास होते ही किसानों की आशंकाओं को खत्म कर दिया गया है। सोमवार को लोकसभा में शीतकालीन सत्र शुरू होते ही कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की ओर से नए कृषि कानूनों की वापसी का बिल संसद में पेश किया गया जो भारी ध्वनि मत दे तुरंत ही पास हो गया था। लेकिन अब एमएसपी और किसानों की अन्य समस्याओं पर भी चर्चा की जानी चाहिए। प्रियंका गांधी ने कहा कि किसान आंदोलन में 700 किसान शहीद हुए, उनकी शहादत के बारे में आज संसद में एक लफ़्ज नहीं कहा गया, न श्रद्धांजलि देकर आदर किया गया। इसका मतलब ये हैं कि सरकार को किसानों से कोई मतलब नहीं है, सरकार को र्सिफ वोटों से मतलब है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करते हुए कहा कि अनगिनत किसानों के संघर्ष और शहादत ने हमें आज़ादी दिलाई जिससे हमें संविधान मिला। किसान क़ानूनों, एमएसपी की माँग और लखीमपुर नरसंहार की चर्चा किए बगैर संसद की कार्यवाही की गयी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आपकी बातें खोखली हैं, आप किसानों के हमदर्द नहीं हैं, आप वोटों के हमदर्द हैं। किसान आंदोलन को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता एवं भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत आगामी 4 दिसंबर को किसानों के साथ एक बैठक करेंगे और उसमें आंदोलन की दशा तय की जाएगी। उस समय तक किसानो का आंदोलन अनवरत रूप से जारी रहेगा। अब तक सरकार ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी को बर्खास्त नहीं किया है, और भी ऐसे बहुत मामले हैं जिन मामलो पर अब तक कार्यवाही नहीं की गई है।