भाजपा प्रत्याशी को मिली दलबदल की सजा- खोनी पड़ी विधायकी

भाजपा प्रत्याशी को मिली दलबदल की सजा- खोनी पड़ी विधायकी

चंडीगढ़। राज्य की जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर हारे पूर्व विधायक को मतदाताओं ने दलबदल की सजा दी है। आम आदमी पार्टी के विधायक रहे भाजपा प्रत्याशी को अपनी ही पुरानी पार्टी के उम्मीदवार के हाथों हार झेलने को मजबूर होना पड़ा है।

शनिवार को पंजाब की जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट के लिए 10 जुलाई को हुए उपचुनाव की मतगणना में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेंद्र भगत को एकतरफा जीत हासिल हुई है। इस विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार शीतल अंगुरल दूसरे तथा कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र को तीसरे स्थान पर रही है।

आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेंद्र भगत ने 37325 वोटो से बीजेपी कैंडिडेट पर जीत हासिल की है। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेंद्र भगत से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर इलेक्शन में हार का वरण करने वाले शीतल अंगोराल मार्च महीने में हुए लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर लड़े मोहिंदर पाल भगत इस बार आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए उतरे थे।

आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने शीतल अंगूरल ने भाजपा में शामिल होने के बाद हुए उपचुनाव में अपनी विधायकी से हाथ धो लिया है। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर शीतल अंगुरल को मिली हार को लेकर अब लोग बीजेपी कैंडिडेट को दल बादल की सजा मिलने की बात कह रहे हैं।

epmty
epmty
Top