BJP- अन्नाद्रमुक पीएमके पार्टी को अपने खेमे में लाने के लिये प्रयासरत
चेन्नई। तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेतृत्व वाले मोर्चे ने अपने सभी दलों को एकसाथ रखकर अपने सहयोगियों के साथ सीटों और निर्वाचन क्षेत्रों के बंटवारे के समझौते को अंतिम रूप दे दिया है, लेकिन अन्नाद्रमुक और उसकी पूर्व सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खेमे में संशय बना हुआ है। दोनों पार्टियां पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) और देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कषगम (डीएमडीके) के साथ एक मजबूत गठबंधन बनाने का प्रयास कर रही हैं।
अन्नाद्रमुक और भाजपा द्रविड़ पार्टी के साथ फिर से एकजुट होना चाहती है और दोनों पार्टियां इसके लिये बातचीत के माध्यम से प्रयासरत हैं। इसके अलावा, 19 अप्रैल के लोकसभा चुनावों के लिए पीएमके और डीएमडीकेके को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है।
रिपोर्टों के अनुसार, कल देर रात, भाजपा पीएमके को अपने पाले में लाने के लिए 10 लोकसभा सीटें और एक राज्यसभा सीट देने के लिए तैयार है, जिससे वन्नियार प्रभुत्व वाला संगठन दुविधा में पड़ गया है। भाजपा और अन्नाद्रमुक दोनों पार्टियां डॉ. एस.रामदास की अध्यक्षता वाली पीएमके तथा दिवंगत अभिनेता-राजनेता विजयकांत की डीएमडीके के साथ लगातार संपर्क में हैं।
अन्नाद्रमुक और भाजपा दोनों डीएमडीके, पीएमके पार्टी को अपने खेमे में करने के लिए गहन बातचीत में लगे हुए हैं और अगले दो दिनों में अंतिम तस्वीर सामने आएगी। खबरों के मुताबिक, भाजपा डीएमडीके के लिए और सीटें देने को भी तैयार है, लेकिन अड़चन राज्यसभा सीट को लेकर बनी हुई है, जिसे डीएमडीके चाहती है। पिछले पांच लगातार चुनावों में जीत हासिल करने वाली द्रमुक पहले से ही अपनी चुनाव प्रक्रिया में काफी आगे है और अन्नाद्रमुक तथा भाजपा अभी भी बातचीत के चरण में हैं। वहीं जयललिता की करीबी सहयोगी वी.के.शशिकला (दोनों अन्नाद्रमुक से बाहर हो गईं) ने भाजपा को अपना समर्थन देने की पेशकश की है और उसके साथ गठबंधन करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, सीट बंटवारे पर समझौता होना अभी बाकी है। इसके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री जी.के.वासन के नेतृत्व वाली तमिल मनीला कांग्रेस ने भी भाजपा के साथ अपने संबंध लगभग मजबूत कर लिए हैं और चुनावों में भाजपा की जीत के लिए काम करने का संकल्प लिया है।