बसपा और कांग्रेस को बड़ा झटका- विधानसभा में छीने दोनों के दफ्तर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले बहुजन समाज पार्टी एवं कांग्रेस को जोर का झटका देते हुए विधानसभा में दोनों के दफ्तर छीन लिए गए हैं। दफ्तर की जगह अब दोनों पार्टियों को एक-एक केबिन आवंटित किया गया है।
रविवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे की ओर से जारी किए गए आदेशों के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी से उनके दफ्तर छीन लिए गए हैं। दोनों दलों को अब एक-एक केबिन आवंटित किया गया है।
लंबे अरसे से उत्तर प्रदेश विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस को बड़े कक्ष आवंटित थे। दोनों दलों के दफ्तर छीनने के बाद अब बसपा और कांग्रेस के दफ्तर को मिलाकर समाजवादी पार्टी के कार्यालय को बड़ा कर दिया गया है।
दोनों दलों को राष्ट्रीय लोकदल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के दफ्तर के पास एक-एक केबिन आवंटित किए गए हैं। दफ्तर छीने जाने पर कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के नेताओं ने गहरी नाराजगी जताते हुए कहा है कि इस संबंध में विधानसभा के अध्यक्ष से मुलाकात करते हुए पार्टी के लिए दफ्तर आवंटित करने की मांग की जाएगी।
फिलहाल दोनों पार्टियों को एक-एक छोटा केबिन दिया गया है उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में फिलहाल कांग्रेस के केवल दो सदस्य हैं, वहीं बहुजन समाज पार्टी केवल एक सदस्य के बलबूते विधानसभा के भीतर दफ्तर कब्जाए हुए थे।
प्रदेश की 402 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के सदस्य के रूप में आराधना मिश्रा मोना एवं वीरेंद्र चौधरी पहुंचे हैं। जबकि बहुजन समाज पार्टी के उमाशंकर सिंह विधानसभा में अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं।