बोली कांग्रेस नेता- थोपा हुआ है ऐलनाबाद उपचुनाव- कमर कसे कांग्रेसजन
सिरसा। हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया है कि वे ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव को लेकर कमर कस लें।
उन्होंने दावा किया कि मौजूदा सरकार से हर वर्ग दुखी है तथा कांग्रेस की ओर देख रहा है। जिससे साफ हो गया है कि आने वाली सरकार कांग्रेस की ही होगी। कुमारी शैलजा आज ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के अपने दो दिवसीय भ्रमण के दौरान चाहरवाला, शाहपुरिया, कागदाना आदि गांवों में ग्रामीण सभाओं को संबोधित कर रही थी।
उन्होंने नये कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के नेता राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि पार्टी के सत्ता में आने पर तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने इनेलो महासचिव अभय सिंह चैटाला की ओर इशारा करते हुए कहा कि ऐलनाबाद उपचुनाव एक थोपा गया उपचुनाव है यह उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि अभय चैटाला को ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता ने प्रतिनिधि बनाकर भेजा था। ऐसे में उनको चाहिए था कि वह इस्तीफा देने के बजाय विधानसभा में किसानों की लड़ाई लड़ते, लेकिन उन्होंने अपनी पार्टी के अस्तित्व को बचाने व अपने फायदे के लिए एक ढोंग रचा है।
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में कुमारी शैलजा ने बताया कि ऐलनाबाद उपचुनाव में जिताऊ कार्यकर्ता को ही टिकट दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी विधानसभा में मुख्य विपक्षी भूमिका निभा रही है जिसमें उम्मीद है ऐलनाबाद की जनता कांग्रेस उम्मीदवार को ही अपना विधायक चुनेगी। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी और जीत हासिल करेगी।
उनके साथ पूर्व विधायक भरत सिंह बेनीवाल, पूर्व सांसद चरण सिंह रोड़ी, पूर्व सांसद सुशील इंदौरा, बजरंग दास गर्ग ,सुभाष जौधपुरिया, कुलदीप गदराना, होशियारी लाल शर्मा, लादुराम पुनिया, गोपीराम चाड़ीवाल डीके मेघवाल व पाला राम केशुपुरा सहित कई वरिष्ठ नेता भी थे।
उन्होंने सत्तारूढ़ दल भाजपा-जजपा गठबंधन को आडे हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश में हालात ऐसे हैं कि जनता मुख्यमंत्री तक को हेलीकॉप्टर तक से नहीं उठने दे रही। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मात्र भाषण की राजनीति कर रही है।
उन्होंने दोहराया कि 75 फीसदी युवाओं को रोजगार देने के नाम पर बरगलाया जा रहा है। युवाओं का राष्ट्र व समाज निर्माण में काम लिया जाना चाहिए, लेकिन सरकार के पास कोई सिस्टम नहीं है और युवाओं को रोजगार की बजाय नशे की गर्त में धकेला जा रहा है। प्रदेश से रोजगार के साधन पलायन कर रहे हैं।