बोली सांसद-भले ही मेरी सांसदी ले लो, मगर बेटे को दे दो टिकट
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के भीतर एक बार फिर से परिवारवाद तेज हो गया है। बेटे के लिए भारतीय जनता पार्टी का टिकट मांग रही महिला सांसद ने कहा है कि उनका बेटा 12 साल से भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहा है। यदि एक व्यक्ति एक पद के तहत पार्टी उनके बेटे को विधायकी का टिकट देती है तो वह अपनी सांसदी त्यागने को तैयार हैं।
दरअसल भारतीय जनता पार्टी की सांसद रीता बहुगुणा जोशी, जो पहले कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष थी, अब वह अपने बेटे मयंक जोशी के लिए भारतीय जनता पार्टी से लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से टिकट मांग रही है। जिसके चलते रीता बहुगुणा जोशी का पार्टी के साथ मनमुटाव भी चल रहा है। अब सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा है कि उनका बेटा पिछले 12 साल से भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहा है। ऐसे में उसने पार्टी से टिकट मांगा है, अगर पार्टी बेटे को टिकट देती है तो मैं सांसद पद से भी इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। यह बात मैंने भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भी बता दी है। महिला सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा है कि अगर पार्टी की ओर से यह नियम बनाया गया है कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट दिया जाना है तो मैं बेटे को लखनऊ विधानसभा सीट से टिकट मिलने पर अपने सांसद पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। इसके अलावा वर्ष 2024 में होने वाला लोकसभा चुनाव भी मैं अपने बेटे की खातिर नहीं लडूंगी।